सफल बनाता है टाइम मैनेजमेंट

प्रायः हम अपने जीवन का अधिकांश हिस्सा यूं  ही व्यर्थ गंवा देते हैं और आवश्यक कार्यों के लिए समय न मिलने की शिकायत करते हैं। समय कोई ऐसी वस्तु नहीं जिसे हम कहीं से ले आयें और उससे अपना काम चला लें।


समय तो स्वयं हमारे पास है। जरूरत उसे सही इस्तेमाल करने की है। जो व्यक्ति किसी काम में असफल हो जाता है तो वह समय को ही कोसता है। समय तो लय-बद्ध अपनी गति से चलता है। यदि हम भी उसके साथ मिल कर चलें तो फिर हमें किसी काम में समयाभाव नहीं रहेगा।


समय एक मरहम का भी काम करता है। समय बहुत बड़ी शक्ति है। समय किसी के लिये रूकता नहीं है। समय पल-पल भूतकाल में बदलता रहता है। यदि हम इसे वर्तमान में ही पकड़ कर काम करें तो निश्चय ही यह समझदारी का कार्य होगा।


हमें उचित समय पर उचित निर्णय ले लेना चाहिये। समय पर कार्य न करने की वजह से हम चिड़चिड़े, असंतुष्ट व तनावयुक्त रहेंगे। समय की गुलामी छोड़कर हम समय को अपना गुलाम बनायें, और यह तभी हो सकेगा जब हम उचित समय पर कार्य करें। परिणाम भी हमें अच्छे मिलेंगे।


जिन्दगी भी निश्चित समय के लिये होती है। उस के बाद यह समाप्त हो जाती है। यदि व्यक्ति जिन्दगी के अंतिम पड़ाव में यह कहे कि मैंने अपनी जिन्दगी में यह नहीं किया, अमुक शौक पूरा करने के लिये समय ही नहीं मिला तो यह हमारी अकर्मण्यता की निशानी है। डॉक्टर भी दवाइयां समय पर लेने को कहता है। समय के आगे पीछे लेने पर रोग ज्यादा बिगड़ जाता है।


जिन्दगी में सभी काम समय पर किये जायें, तभी हमें आत्म संतुष्टि की प्राप्ति होती है। वह व्यक्ति निश्चित ही धनी है, जिसके पास कुछ नहीं लेकिन समय पर कार्य करने की कला है क्योंकि समय ही धन है और इसकी कद्र न की गई तो हम हाथ मलते ही रह जायेंगे।
अतः यह आवश्यक है कि हम समय की कीमत पहचानें और काम टालू प्रवृति से बचे रहें। तभी हम स्वयं को सफल व्यक्तियों की श्रेणी में खड़ा कर सकेंगे।