लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट सत्र शुक्रवार को हंगामेदार ढंग से शुरू हुआ और पहले दिन सदन में जहां सत्ता पक्ष के सदस्यों के जय श्री राम के नारों की गूंज सुनाई दी, वहीं विपक्षी सदस्यों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और ‘राज्यपाल-वापस जाओ’ के नारे लगाए।
शुक्रवार को विधानसभा के ‘मंडप’ में राष्ट्रगान के बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने समवेत दोनों सदनों के सदस्यों के समक्ष अभिभाषण शुरू किया तो राज्य के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्य सदन के आसन में आ गये और सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे।
सदस्यों के हाथों में तख्तियों पर भी सरकार विरोधी नारे लिखे थे, जिसे वे बार बार लहरा रहे थे। सपा सदस्यों के ‘राज्यपाल वापस जाओ’ नारे, सरकार विरोधी नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन के बीच राज्यपाल ने अपना भाषण पढ़ा, जो 56 मिनट से कुछ अधिक समय तक चला।
जब सपा सदस्यों ने नारेबाजी तेज की तो राज्यपाल ने कहा, “कौन जाएगा, यह बाद में पता चलेगा। मैं नहीं जा रही।’
इसके बाद भाजपा विधायकों ने मेज थपथपानी शुरू कर दी।
पटेल ने यह भी कहा, ‘सात साल पहले उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य था…आज देख लीजिए।’ अपना भाषण समाप्त करने से पहले, उन्होंने स्पष्ट रूप से सपा विधायकों की ओर इशारा करते हुए कहा, “आप नारा लगाने में रह गए और ये (भाजपा) ऊपर चली गई।’
उत्तर प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को विधायक अलग-अलग रंग के गमछे पहने दिखे। भाजपा के अधिकांश विधायकों ने भगवा रंग का ‘रामनामी’ गमछा पहन रखा था, जबकि सपा विधायक लाल टोपी और लाल गमछा पहने दिखे। राष्ट्रीय लोकदल के सदस्य हरे रंग का गमछा पहने नजर आए। जबकि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के सदस्य पीले रंग का गमछा पहने दिखे।
अयोध्या में 22 जनवरी को श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का असर विधानमंडल सत्र के पहले दिन भी देखा गया। खासतौर से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य ‘राम रंग’ में नजर आए।
भाजपा के ज्यादातर विधान परिषद सदस्य पूर्वाह्न करीब 10 बजे ही विधानसभा के ‘मंडप’ (जहां सत्र संचालित होता है) में पहुंच गये थे और वे हर आने वाले सदस्यों का स्वागत ‘जय श्री राम’ के नारों से कर रहे थे।
राज्यपाल के अभिभाषण के समय विधानसभा में विधान परिषद के सदस्य मौजूद रहे।
सदन में राज्यपाल के पहुंचने से पहले उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ‘जय श्री राम’ के नारे के साथ सदस्यों का अभिवादन करते दिखे।
सदन में आने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना समेत कई प्रमुख लोगों ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अगवानी की और उन्हें अपने साथ सभा मंडप में ले आए।