वाशिंगटन, 18 नवम्बर (एपी) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मंगलवार को सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान का व्हाइट हाउस में स्वागत करेंगे।
साल 2018 में ‘वाशिंगटन पोस्ट’ के पत्रकार जमाल खशोगी की सऊदी एजेंटों द्वारा हत्या के बाद यह उनका पहला दौरा होगा।
सऊदी शासकों के प्रखर आलोचक खशोगी की हत्या ने अमेरिका-सऊदी अरब के संबंधों को गहरे संकट में डाल दिया था। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने बाद में निष्कर्ष निकाला था कि इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए एजेंटों को निर्देश देने में प्रिंस सलमान की भूमिका रही होगी।
लेकिन सात साल बाद यह तनाव काफी हद तक खत्म हो गया है। ट्रंप अब 40 वर्षीय शहजादे को पश्चिम एशिया के भविष्य को आकार देने वाले एक अहम साझेदार के रूप में देख रहे हैं। शहजादे सलमान अपनी ओर से खशोगी की हत्या में किसी भी भूमिका से इनकार करते हैं।
दोनों नेताओं के बीच होने वाली वार्ता में खशोगी का मुद्दा शायद ही प्रमुख रहेगा। वे अरबों डॉलर के समझौते की घोषणा और अस्थिर पश्चिम एशिया में आगे की जटिल राह पर चर्चा करने वाले हैं। दिन का समापन व्हाइट हाउस में प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप द्वारा आयोजित एक विशेष समारोह के साथ होगा, जिसमें शहजादे का सम्मान किया जाएगा।
ट्रंप ने दौरे से पहले कहा, “वे हमारे बेहतरीन सहयोगी रहे हैं।”
शहजादे के आगमन से पहले ट्रंप ने घोषणा की कि उन्होंने सऊदी अरब को एफ-35 लड़ाकू विमान बेचने की मंजूरी दे दी है, जबकि प्रशासन के कुछ अधिकारियों को आशंका है कि इससे चीन को इस उच्च स्तरीय अमेरिकी तकनीक तक पहुंच मिल सकती है।
यह कदम इसलिए भी चौंकाता है क्योंकि रिपब्लिकन प्रशासन में कुछ लोग पड़ोसी देशों पर इज़राइल की सैन्य बढ़त को बनाए रखने को लेकर भी चिंतित रहे हैं, खासकर ऐसे समय में जब ट्रंप अपने गाज़ा शांति प्रस्ताव की सफलता के लिए इज़राइल के समर्थन पर निर्भर हैं।