नयी दिल्ली, 16 नवंबर (भाषा) अपने साझा परिवहन समाधान के लिए जानी जाने वाली फोर्स मोटर्स वैश्विक बाजारों और रक्षा क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए कमर कस रही है। कंपनी के प्रबंध निदेशक प्रसन फिरोदिया के अनुसार, कंपनी ने भारत में लाभदायक वृद्धि के लिए विशेष क्षेत्रों को सीमित करके अपनी स्थिति मजबूत की है।
पुणे स्थित यह वाहन विनिर्माता कंपनी पिछले दो तिमाहियों से कर्ज-मुक्त है। कंपनी ने डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने, उत्पादन सुविधाओं का आधुनिकीकरण और विस्तार करने, बिक्री के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और इलेक्ट्रिक उत्पादों को बाजार में उतारने के लिए तीन साल में लगभग 2,000 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय निर्धारित किया है।
पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में फिरोदिया ने कहा कि कंपनी शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन जैसे क्षेत्रों के लिए हल्के वाणिज्यिक वाहन और बहुउपयोगी वाहन मसल ट्रैवलर और अर्बनिया मंच सहित अन्य की श्रृंखला के साथ साझा परिवहन समाधानों को पूरा करने के अपने मुख्य कारोबार पर केंद्रित है। इसके अलावा, कंपनी रक्षा क्षेत्र में भी आक्रामक वृद्धि की उम्मीद कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘अब ट्रैवलर खंड में हमारी बाजार हिस्सेदारी 70 प्रतिशत से ज्यादा है। मोनोबस हो या ट्रैवलर या अर्बनिया, ये सभी मंच हमारे लिए बढ़ रहे हैं। घरेलू बाजार में राजस्व के मामले में और साथ ही मजबूत मुनाफे के मामले में भी, इन्होंने हमारे लिए अच्छा योगदान दिया है।’’
फिरोदिया ने कहा, ‘‘अब भारत की सबसे बड़ी कंपनी होने के नाते, हमारी आकांक्षा अपने मुख्य आधार, जो मुख्य रूप से साझा परिवहन समाधान पर केंद्रित है, का लाभ उठाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराना हैं।’’
कंपनी मुख्य रूप से खाड़ी क्षेत्र के लगभग 20 देशों को निर्यात कर रही है, अब अपने अगले चरण के विकास को गति देने के लिए लातिनी अमेरिका और अफ्रीका के और बाजारों पर नजर गड़ाए हुए है।
उन्होंने कहा, ‘‘अर्बनिया और ट्रैवलर के साथ, हम अब बहुत ही संतुलित और केंद्रित तरीके से कई अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रवेश कर रहे हैं। हम अभी लगभग 20 से ज्यादा बाजारों में काम कर रहे हैं, और इस साल हम पांच और बाजार जोड़ेंगे। इन उत्पाद मंच के जरिये हमें अंतरराष्ट्रीय बाजारों में काफी अवसर दिखाई दे रहे हैं।