विशाखापत्तनम, 15 नवंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के ऊर्जा मंत्री जी रवि कुमार ने कहा कि राज्य को केवल दो दिनों में ऊर्जा क्षेत्र में 5.2 लाख करोड़ रुपये के निवेश का भरोसा मिला। इससे 2.6 लाख से अधिक रोजगार के अवसर तैयार होने की उम्मीद है।
एक बयान में कहा गया कि ये आश्वासन 13 और 14 नवंबर को विशाखापत्तनम में 30वें सीआईआई साझेदारी शिखर सम्मेलन के दौरान मिले। इनमें नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, पंप भंडारण, जैव ईंधन, विनिर्माण और हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं शामिल हैं।
कुल निवेशों में 2.94 लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के निवेश सौदों पर 13 नवंबर को हस्ताक्षर किए गए। इसके अलावा 2.2 लाख करोड़ रुपये से अधिक के समझौतों को 14 नवंबर को अंतिम रूप दिया गया।
शिखर सम्मेलन के दौरान कौशल विकास निगम ने राज्य की क्वांटम प्रौद्योगिकी प्रतिभा को मजबूत करने के लिए वाशिंगटन इंस्टीट्यूट फॉर स्टेम, उद्यमिता एवं अनुसंधान (वाइजर), क्यूबिटेक स्मार्ट सॉल्यूशंस के साथ साझेदारी की है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एक्स पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इससे आंध्र प्रदेश के 50,000 से अधिक शिक्षार्थियों को लाभ होगा।
नायडू ने शिखर सम्मेलन के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये श्री सिटी में पांच औद्योगिक इकाइयों का उद्घाटन किया। उन्होंने 2,300 करोड़ रुपये से अधिक की 12 अन्य परियोजनाओं के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए।
इस दौरान आंध्र प्रदेश सरकार और विश्व आर्थिक मंच ने ऊर्जा एवं साइबर लचीलापन केंद्र स्थापित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते का मकसद बिजली बुनियादी ढांचे की सुरक्षा करना है।