विस्फोट से पहले उमर का शांत भाव से कार चलाना और बार-बार मार्ग बदलने का पता चला
Focus News 13 November 2025 0
नयी दिल्ली, 13 नवंबर (भाषा) दिल्ली पुलिस ने लाल किला विस्फोट के आरोपी डॉ. उमर नबी द्वारा इस घटना को अंजाम दिए जाने से पहले उसके फरीदाबाद से निकलने और फिर अलग-अलग रास्तों से होकर लाल किला पहुंचने तक के रूट की कड़ी से कड़ी जोड़ी है। इसके लिए पुलिस ने अलग-अलग स्थानों के 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली है।
पुलिस ने पता लगाया है कि कैसे उमर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के रास्ते हरियाणा से दिल्ली आया, सड़क किनारे एक ढाबे पर खाना खाने के लिए रुका और अगली सुबह राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से पहले अपनी कार में रात बिताई।
सोमवार शाम को लाल किला मेट्रो स्टेशन के नजदीक हुंदै आई20 कार में हुए विस्फोट में 13 लोगों की मौत हो गई थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 50 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में दर्ज उमर की गतिविधियां गहरी साजिश और पकड़े जाने से बचने के लिए की गई कोशिशों की ओर इशारा करती हैं।
पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि उमर ने रविवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से सफर शुरू किया और फिर एक्सप्रेसवे से उतरकर हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका पहुंचा। बताया जा रहा है कि वह वहां सड़क किनारे एक ढाबे पर रुका और अपनी कार में ही रात बिताई।
पुलिस सूत्र ने कहा, ‘‘उमर छिपने की कोशिश करता हुआ तो लग रहा था, लेकिन घबराया हुआ नहीं था। उसने बड़े शहरों से गुजरने से परहेज किया और राजमार्गों और छोटे ढाबों पर रुकने को तरजीह दी।’’
बाद में, सोमवार सुबह उमर को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों में फिर से धीमी गति से दिल्ली की ओर गाड़ी चलाते हुए देखा गया। फुटेज में उसे दो बार रुकते हुए देखा जा सकता है, एक बार चाय पीने के लिए और दूसरी बार अपने मोबाइल फोन में कुछ देखने के लिए।
पुलिस ने कहा कि उमर अगली सुबह बदरपुर बॉर्डर से होकर उसी रास्ते से दिल्ली में दाखिल हुआ, जिस रास्ते से वह पहले फरीदाबाद से आया था।
पुलिस सूत्र ने कहा, ‘‘ऐसा लग रहा था कि उसने पकड़े जाने से बचने के लिए अपने प्रवेश और निकास मार्गों सहित हर कदम की योजना बनाई थी।’’
रूट की पड़ताल से पता चलता है कि सफेद रंग की हुंदै आई20 कार चला रहा उमर फरीदाबाद से दिल्ली में दाखिल हुआ और सुबह आठ बजे से दोपहर तीन बजे तक शहर में कई चक्कर लगाए और आखिरकार दोपहर 3:19 बजे लाल किले के पास गाड़ी खड़ी कर दी।
पुलिस सूत्र ने बताया, ‘‘उमर की कार सबसे पहले सुबह करीब 7:30 बजे फरीदाबाद से एशियन अस्पताल के पास निकलती देखी गई। इसके बाद उसने सुबह करीब 8:13 बजे बदरपुर टोल प्लाजा पार किया और दिल्ली में प्रवेश किया। वहां से, उमर ने ओखला और औद्योगिक क्षेत्र सहित दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों से होते हुए, कनॉट प्लेस पार किया और फिर उसे पूर्वी दिल्ली और बाद में मध्य दिल्ली के रिंग रोड के पास देखा गया।’’
सीसीटीवी फुटेज के आकलन से पता चलता है कि उमर ने जानबूझकर मुख्य सड़कों से परहेज किया और भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बार-बार रास्ते बदलता रहा। माना जा रहा है कि उसने निगरानी से बचने या भीड़ की गतिविधियों का अध्ययन करने के लिए यह तरीका अपनाया।
सूत्र ने बताया, ‘‘उमर शांत दिखाई दिया, उसने खाना ऑर्डर किया और अपनी यात्रा जारी रखने से पहले कुछ देर रुका। इस पड़ाव के बाद, वह वापस मध्य दिल्ली की ओर चला गया, जहां वह रामलीला मैदान के पास आसफ अली रोड के पास एक मस्जिद में गया।’’
फुटेज से पता चलता है कि उसने वहां नमाज पढ़ी और पार्किंग क्षेत्र में लगभग तीन घंटे तक रुका।
पुलिस ने कहा कि इस दौरान उमर की फोन गतिविधि की भी बारीकी से जांच की जा रही है।
जांचकर्ताओं को संदेह है कि घटनास्थल की ओर बढ़ने से पहले उसे निर्देश मिले होंगे।
जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, ‘‘दोपहर 3:19 बजे, उमर की कार लाल किला परिसर से सटे पार्किंग क्षेत्र में दाखिल हुई, जहां वह लगभग तीन घंटे तक खड़ी रही। सीसीटीवी फुटेज में कार सुनहरी मस्जिद पार्किंग के पास अन्य वाहनों के बीच बिना गतिविधि के खड़ी दिखाई दे रही है।’’
शाम लगभग 6:22 बजे, कार को पार्किंग क्षेत्र से निकलकर लाल किला मेट्रो स्टेशन की ओर जाते देखा गया। मुश्किल से 30 मिनट बाद, शाम 6:52 बजे, वाहन में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ।
यह विस्फोट यातायात निगरानी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया, जिसमें भीड़-भाड़ वाले स्थान पर धीमी गति से चलती एक सफेद कार अचानक आग के गोले में बदल गई। इस विस्फोट में 13 लोगों की मौत हो गई और दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए।
दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने अब सीसीटीवी कैमरों से प्राप्त फुटेज, टोल प्लाजा डेटा, जीपीएस निगरानी और मोबाइल टावर डेटा का उपयोग करके उमर की गतिविधियों का घंटे-दर-घंटे विस्तृत विवरण तैयार किया है।
