नयी दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान हरियाणा की झांकी में विकसित भारत के सपने को साकार करने की कोशिश करती राज्य की महत्वाकांक्षी ‘मेरा परिवार-मेरी पहचान’ योजना को दर्शाया गया।
झांकी में डिजिटल उपकरण पकड़े एक छात्रा को दर्शाया गया जो राज्य के आधुनिकता की ओर बढ़ने का प्रतीक है।
झांकी में कृषि के क्षेत्र में इसके दबदबे का भी प्रदर्शन किया गया और यह संदेश दिया गया कि राज्य एक करोड़ 20 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादक है।
झांकी के पिछले हिस्से में ‘परिवार पहचान पत्र’ के लाभों पर प्रकाश डाला गया, जैसे राशन की निर्बाध खरीद, किसान परिवारों के लिए कृषि सब्सिडी, युवा छात्रों के लिए छात्रवृत्ति और बुजुर्गों के लिए पेंशन।
राज्य के अनुसार, इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पात्र परिवारों को प्रौद्योगिकी से जोड़कर सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करना है।