बेंगलुरु, 12 नवंबर (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बुधवार को सवाल किया कि ‘‘देश में चुनाव के दौरान आतंकवादी हमलों का क्या कारण है।’’
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के इस बयान पर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
सिद्धरमैया ने बुधवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में सवाल किया, ‘‘चुनाव के दौरान देश में आतंकवादी हमलों का क्या कारण है?’’ उन्होंने इस घटना पर अपने बयान की मीडिया कवरेज भी साझा की।
सिद्धरमैया की यह टिप्पणी ऐसे समय आयी है जब मंगलवार को बिहार में दूसरे और अंतिम चरण के मतदान पूरा हुआ और मतदान से एक दिन पहले दिल्ली में विस्फोट हुआ था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र ने सिद्धरमैया और कांग्रेस के अन्य नेताओं के बयानों को ‘‘गैरजिम्मेदाराना, असंवेदनशील और बहुत निचले स्तर की राजनीति’’ करार दिया।
मुख्यमंत्री ने चुनाव के दौरान देश में विस्फोटों के बारे में मंगलवार को मैसुरु में पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था, ‘‘देश में कोई बम विस्फोट नहीं होना चाहिए, निर्दोष लोग मारे गए हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा था कि यह चुनाव के दौरान हुआ है और इसकी जांच होनी चाहिए।
सिद्धरमैया ने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा था कि विस्फोट की घटना का बिहार चुनाव पर असर पड़ने की संभावना है। उन्होंने कहा था, ‘‘यह भाजपा के खिलाफ होगा।’’
मंत्री प्रियांक खरगे ने मंगलवार को अमित शाह को स्वतंत्र भारत का ‘‘सबसे अक्षम गृह मंत्री’’ बताया था और उनके इस्तीफे की मांग की थी तथा इस मामले में खुफिया विफलता का आरोप लगाया था।
विजयेंद्र ने कहा कि विस्फोट की जांच जारी है। उन्होंने कहा कि बयान न केवल निंदनीय हैं, बल्कि चिंताजनक भी हैं। उन्होंने कहा कि यह राज्य के लिए एक ‘‘त्रासदी’’ और देश के लिए ‘‘दुर्भाग्य’’ है कि कांग्रेस नेता ‘‘निचले स्तर की राजनीति’’ में लिप्त हैं, वह भी ऐसे संवेदनशील समय में जब पूरे देश को एकजुट होकर बोलना चाहिए।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में भाजपा नेता ने कहा, ‘‘यह वास्तव में चिंताजनक है कि राष्ट्रीय सुरक्षा, नागरिकों का हताहत होना, हमारे सैनिकों का बलिदान और राष्ट्रीय सम्मान जैसे मुद्दे कांग्रेस पार्टी के लिए सिर्फ राजनीतिक हथियार हैं।’’
विजयेंद्र ने आरोप लगाया कि देश यह नहीं भूला है कि 2019 में हुए भीषण पुलवामा हमले के बाद भी कांग्रेस नेताओं ने ऐसे बयान दिए थे जिनसे “पाकिस्तान के दुष्प्रचार को मदद मिली थी।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री का अब दिया गया बयान भी कांग्रेस की “उसी राष्ट्र-विरोधी विरासत को आगे बढ़ाता है।’’
उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री तुरंत अपना बयान वापस लें और कहा कि बिहार की जनता की तरह कर्नाटक की जनता भी कांग्रेस पार्टी को करारा जवाब देगी।