नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का जुलाई-सितंबर तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 50 प्रतिशत घटकर 1911.19 करोड़ रुपये रह गया। पिछले साल समान अवधि में उसका मुनाफा 4,082.53 करोड़ रुपये था।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि कंपनी की कुल आय जुलाई-सितंबर 2025 में सालाना आधार पर 7,345.96 करोड़ रुपये से घटकर 6,309.48 करोड़ रुपये रह गई। व्यय भी घटकर 5,991.49 करोड़ रुपये रह गया जो एक साल पहले इसी अवधि में 6,450.38 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने अलग से बयान में बताया कि उसके ‘‘ निदेशक मंडल ने वृद्धि को वित्तपोषित करने के लिए विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बॉन्ड (एफसीसीबी) जारी कर 60 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुटाने के लिए शेयरधारकों से सक्षम समाधान प्राप्त करने को मंजूरी दे दी है’’
कंपनी की एकीकृत निवल संपत्ति 30 सितंबर 2025 तक बढ़कर 16,921 करोड़ रुपये हो गई, जो 30 जून 2025 तक के 14,855 करोड़ रुपये से 14 प्रतिशत अधिक है। एकल आधार पर बैंक ऋण ‘‘शून्य’’ रहा ।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की एकीकृत संपत्ति 30 सितंबर 2025 तक 69,708.76 करोड़ रुपये रही। दिल्ली बिजली वितरण में 46,224 से अधिक नए उपभोक्ता जुड़े जिससे कुल उपभोक्ता आधार 53.24 लाख हो गया।
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड विभिन्न विशेष इकाइयों (एसपीवी) के माध्यम से कई उच्च विकास वाले क्षेत्रों में परियोजनाएं विकसित करती है जिनमें बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में बिजली, सड़क, मेट्रो रेल तथा रक्षा क्षेत्र शामिल हैं।
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर बिजली, बुनियादी ढांचे, मेट्रो व सड़क परियोजनाओं के विकास के लिए इंजीनियरिंग व निर्माण (ईएंडसी) सेवाएं प्रदान करने वाली एक प्रमुख कंपनी है।