डाक्टर हर साल उम्रदराज लोगों और दिल के मरीजों को चेतावनी देते हैं कि उन्हें ठंड के मौसम में सावधान रहना चाहिए और शरीर को थोड़ा गर्म रखना चाहिए क्योंकि ठंड के मौसम में प्रायः रक्तचाप बढ़ जाता है और दिल के दौरे पड़ने के मामलों में काफी वृद्धि पाई जाती है। प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डा. नरेश त्रेहन के अनुसार ठंड में रक्त का गाढ़ापन बढ़ने लगता है जिस कारण रक्त धमनियों में जम जाता है और हृदय का दौरा पड़ता है। इसके अतिरिक्त रक्त गाढ़ा होने पर दिल पर पंपिंग का दबाव बढ़ने लगता है जिससे दिल की कार्यप्रणाली बिगड़ जाती है। उन्होंने बुजुर्गों को सलाह दी है कि वे सुबह जल्दी सैर पर जाने की बजाय धूप निकलने पर ही घूमने के लिए निकलें। अधिक ठंड वाले स्थानों पर रहने से बचें। सुबह सवेरे नहाने से भी बचें। डाक्टरों की सलाह से खून को पतला करने वाली दवाओं और शराब का सीमित मात्रा में सेवन किया जा सकता है। इन बातों को ध्यान रखें तो सर्दियों में अपने दिल को बचा कर रख सकते हैं।