नयी दिल्ली, नौ नवंबर (भाषा) ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता को छोड़कर भारतीय नागरिकता लेने वाले फॉरवर्ड रेयान विलियम्स मुख्य कोच खालिद जमील की देखरेख में बेंगलुरु में चल रही राष्ट्रीय टीम के शिविर में शामिल हो गये। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने रविवार को यह जानकारी दी।
पर्थ में जन्में 32 वर्षीय इस खिलाड़ी ने डिफेंडर जय गुप्ता के साथ शिविर में प्रवेश किया।
एआईएफएफ ने एक्स पर लिखा, ‘‘ फॉरवर्ड रेयान विलियम्स और डिफेंडर जय गुप्ता बेंगलुरु में सीनियर पुरुष राष्ट्रीय टीम के शिविर में शामिल हो गए हैं।’’
भारतीय फुटबॉल के लिए इस नयी पहल के तहत एआईएफएफ ने इस हफ्ते की शुरुआत में दो विदेशी खिलाड़ियों (विलियम्स और अबनीत भारती) को 18 नवंबर को ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ एएफसी एशियाई कप क्वालीफायर से पहले राष्ट्रीय शिविर के लिए शामिल किया।
यह कदम मुश्किल दौर से गुजर रही महासंघ के दृष्टिकोण में एक साहसिक बदलाव को दर्शाता है, जिससे भारतीय मूल के खिलाड़ियों और देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए विदेशी नागरिकता छोड़ने को तैयार खिलाड़ियों के लिए दरवाजे खुल गए हैं।
शिविर बृहस्पतिवार को बेंगलुरु में शुरू हुआ।
विलियम्स को भारतीय नागरिकता सौंपने का समारोह दिग्गज सुनील छेत्री द्वारा बेंगलुरु एफसी के प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित किया गया था। वह इंडियन सुपर लीग में बेंगलुरु एफसी के लिए खेलते हैं।
विलियम्स को भारतीय नागरिकता सौंपने का समारोह दिग्गज सुनील छेत्री ने बेंगलुरु एफसी के प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित किया। वह इंडियन सुपर लीग में बेंगलुरु एफसी के लिए खेलते हैं।
विलियम्स ने इससे पहले एक इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा, ‘‘ लंबे समय से इंतजार करने के बाद आधिकारिक तौर पर टीम से जुड़ने पर गर्व है। इस देश ने मुझे जो प्यार, अवसर और अपनेपन का जो अहसास दिया है, उसके लिए आभारी हूं। भारत, मैं आपका अपना हूं।’’
विलियम्स की मां का जन्म मुंबई में हुआ था जबकि उनके पिता का जन्म इंग्लैंड के केंट में हुआ था।
यह केवल दूसरा मामला है जब किसी प्रवासी भारतीय नागरिक (ओसीआई) को भारतीय फुटबॉल टीम के लिए खेलने का अधिकार मिला है।
वह ऑस्ट्रेलिया की अंडर-20 और अंडर-23 टीमों के लिए खेल चुके हैं और 2019 में दक्षिण कोरिया के खिलाफ एक मैत्री मैच में दूसरे हाफ में स्थानापन्न के रूप में सीनियर टीम का प्रतिनिधित्व भी किया था।
वह 2023 में आईएसएल टीम बेंगलुरु एफसी से जुड़े। उन्होंने इससे पहले इंग्लैंड के क्लब फुलहम और पोर्ट्समाउथ का भी प्रतिनिधित्व किया है।
विलियम्स से पहले जापान में जन्मे इजुमी अराता ने 2012 में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए भारतीय नागरिकता ली थी और 2013 और 2014 में राष्ट्रीय टीम के लिए नौ मैचों में हिस्सा लिया था।