उज्जैन (मप्र), मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को लोगों से रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को ऐतिहासिक दिन बनाने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को अयोध्या में होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले लोगों में व्याप्त उत्साह और जुनून के बीच यहां पत्रकारों से बात की।
यादव ने कहा, ‘‘दो हजार साल पहले, उज्जैन से सम्राट विक्रमादित्य अयोध्या गए और उस स्थान का कायाकल्प किया तथा एक राम मंदिर बनवाया, जिसे बाद में (मुगल सम्राट) बाबर ने ध्वस्त कर दिया था। उच्चतम न्यायालय के आदेश से मंदिर का पुनरुद्धार किया जा रहा है। दूसरे शब्दों में इसे नये सिरे से बनाया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य नेता अयोध्या में होंगे। हम सभी को इसे एक अविस्मरणीय, ऐतिहासिक घटना बनाना चाहिए।’’
यादव ने कहा कि जब भगवान राम गर्भगृह में प्रतिस्थापित हो जाएंगे वह क्षण सबसे पवित्र होगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार एवं राज्य के लोग 16 जनवरी से इस महान आयोजन की तैयारी कर रहे हैं।
उज्जैन में रविवार सुबह उत्सव मनाया गया और इस दौरान शहर के मुख्य मार्गों से भगवान राम तथा सीता के वेश में सजे बच्चों के साथ एक बड़ा जुलूस निकाला गया।
बारह ज्योतिर्लिंगों (भगवान शिव के प्रमुख पूजा स्थल) में से एक, महाकालेश्वर मंदिर वाले इस शहर में लोगों को ढोल की थाप पर थिरकते और खुशी मनाते देखा गया।
पूरे शहर में ‘जय श्रीराम’ के नारे गूंजते रहे और अखाड़ों में उत्सव का माहौल नजर आया। इन अखाड़ों में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।