जयपुर, सात नवंबर (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ ‘‘हमारी सामूहिक चेतना का प्रतीक है जिसने करोड़ों भारतीयों के हृदय में राष्ट्रप्रेम की ज्वाला प्रज्वलित’’ की।
शर्मा ने यहां सवाई मानसिंह स्टेडियम में ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम सभी राष्ट्रीय चेतना के महान गीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के साक्षी बन रहे हैं तथा अमर काव्य की वंदना कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् ने स्वतंत्रता संग्राम को स्वर दिया जिसने करोड़ों भारतीयों के हृदय में राष्ट्रप्रेम की ज्वाला प्रज्वलित की।
उन्होंने कहा कि यह केवल एक गीत नहीं है बल्कि ‘‘हमारी सामूहिक चेतना, हमारी आत्मा की पुकार तथा मातृभूमि के प्रति हमारी अनंत श्रद्धा का प्रतीक’’ है।
शर्मा ने कहा, ‘‘यह गीत हमारे स्वतंत्रता संग्राम का प्राणतत्व बना, क्रांतिकारियों का मंत्र और एकता का सूत्र बना।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि वंदे मातरम् में भारतीयों को एक सूत्र में बांधने की शक्ति है। उन्होंने कहा कि इस गीत में गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए राष्ट्रभक्तों को आत्मशक्ति देने की ऊर्जा है और यह केवल राजनीतिक नारा नहीं है बल्कि एक आध्यात्मिक शक्ति है जो हमारी सामूहिक चेतना को जागृत करने की क्षमता रखती है।
शर्मा ने कहा, ‘‘आज वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम इस गीत की भावना को अपने जीवन में उतारेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि देश का युवा, महिला, किसान और मजदूर आगे बढ़ेगा तो हमारा देश-प्रदेश विकसित बनेगा। राज्य सरकार उसी मूलमंत्र के साथ विकसित राजस्थान की दिशा में काम कर रही है। युवाओं को रोजगार देने के साथ ही किसान कल्याण एवं महिला उत्थान के लिए काम हो रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री ने एसएमएस स्टेडियम में राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया जिसमें 1857 की क्रांति एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के नायकों के योगदान से संबंधित जानकारी एवं विकसित भारत से संबंधित पेंटिंग दिखाई गईं। उन्होंने वंदे मातरम् रेत कला को भी देखा।
समारोह में शर्मा ने प्रदेश के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर गायक पीयूष पंवार ने राष्ट्र भक्ति के गीतों की सुरमयी प्रस्तुति दी। साथ ही ड्रोन से स्टेडियम में पुष्प वर्षा की गई।
कार्यक्रम में राजस्थान के लोक कलाकारों ने वाद्य यंत्रों के माध्यम से विशेष प्रस्तुति दी। इस अवसर पर शर्मा ने सभी लोगों को ‘‘आत्मनिर्भर भारत की शपथ’’ भी दिलाई।