पटना, सात नवंबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्र गीत ‘वंदे मातरम्’ ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को प्रेरित किया और आजादी के बाद देश को एकजुट रखा।
पटना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय में इस गीत की 150वीं वर्षंगांठ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने जो सपने देखे थे वे पिछले 11 वर्षों में सामूहिक प्रयासों से पूरे हुए।
शाह ने कहा कि सात नवंबर, 1875 को बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने इस गीत को प्रकाशित किया था, जो आगे चलकर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का प्रतीक बन गया और स्वतंत्रता के बाद भी भारत को एक सूत्र में बांधे रखा।
उन्होंने कहा, “हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने जो सपने देखे थे, वे पिछले 11 वर्षों में सामूहिक प्रयासों से साकार हुए हैं। आज से हम पूरे वर्ष भर ‘वंदे मातरम्’ के सामूहिक जाप का क्रमिक अभियान प्रारंभ कर रहे हैं।”
शाह ने बताया कि 15 अगस्त 1947 को सरदार पटेल के अनुरोध पर पंडित ओंकारनाथ ठाकुर ने पूरा गीत गाया था और 24 जनवरी, 1950 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने इसे राष्ट्रीय गीत के रूप में स्वीकार किया था।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर बल दिया है और ‘वंदे मातरम्’ इसी राष्ट्रवाद की प्रेरक शक्ति रही है।
गृह मंत्री ने कहा कि आज का दिन ‘स्वदेशी समर्पण दिवस’ के रूप में मनाने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी ने निर्णय किया है कि आज का दिन हम स्वदेशी को समर्पित करेंगे।’’
कार्यक्रम में ‘स्वदेशी संकल्प पत्र’ भी पढ़ा गया, जिसमें दैनिक जीवन में विदेशी वस्तुओं के स्थान पर भारतीय उत्पादों के उपयोग, स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहन देने, भारतीय भाषाओं के प्रयोग और जनता में स्वदेशी के प्रति जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया गया।
शाह ने युवाओं और बच्चों से स्वदेशी अपनाने की प्रेरणा देने की अपील करते हुए कहा कि वे भारतीय पर्यटन स्थलों को प्राथमिकता दें।
उन्होंने घोषणा की कि सोशल मीडिया पर ‘वंदे मातरम् 150’ अभियान चलाया जाएगा, जिसके तहत लोग अपनी मातृभाषा में ‘वंदे मातरम्’ लिखकर राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक गौरव का संदेश देंगे।
भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में आयोजित इस समारोह में ‘वंदे मातरम्’ की सामूहिक वंदना की गई और स्वदेशी अभियान की शुरुआत की गई।