अबुधाबी, इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने कहा कि उनकी टीम भारत में पारंपरिक रूप से स्पिन की मुफीद परिस्थितियों का सामना करने के तरीके तलाश रही है जिससे उसे मेजबान देश के खिलाफ आगामी पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला में दो स्पिनरों के साथ शुरूआत करने को बाध्य होना पड़ सकता है।
इंग्लैंड के खिलाफ यह श्रृंखला 25 जनवरी से हैदराबाद में शुरू हो रही है जिसके लिए उसके खिलाड़ी अबुधाबी में ट्रेनिंग शिविर में अभ्यास में जुटे हैं। टीम ने अपनी टीम में चार विशेषज्ञों स्पिनरों जैक लीच, रेहान अहमद, टॉम हार्टले और शोएब बशीर को शामिल किया है।
लीच एकमात्र स्पिनर हैं जिन्हें भारत में लंबे प्रारूप में खेलने का अनुभव है।
स्पिन विभाग का मार्गदर्शन एंडरसन, ओली रोबिन्सन और मार्क वुड करेंगे जिन्हें भारत में टेस्ट खेलने का अनुभव भी है।
एंडरसन ने ‘द डेली टेलीग्राफ’ से कहा, ‘‘टीम में केवल चार तेज गेंदबाज जा रहे हैं इसलिये हमें ज्यादा तेज गेंदबाजी कराने की उम्मीद नहीं होगी। यह थोड़ी अलग भूमिका है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप उतने ओवर नहीं फेंकोगे जितने आप इंग्लैंड में फेंकते हो, लेकिन फिर भी वे महत्वपूर्ण हैं। इससे शायद आप जो स्पैल फेंकते हो, उतनी अहमियत बढ़ जाती है। हम यही चीज खिलाड़ियों को बतायेंगे। ’’
एंडरसन ने कहा, ‘‘रिवर्स स्विंग बड़ी भूमिका निभायेगी। ऐसा भी मौका होगा जब हम तेज गेंदबाज से शुरूआत ही नहीं करायें। हम शायद दो स्पिनरों से शुरूआत करा सकते हैं। ’’
भारत में 41 वर्षीय एंडरसन का रिकॉर्ड शानदार रहा है जहां उन्होंने 39 विकेट झटके हैं। पिछले साल घरेलू एशेज श्रृंखला में हाालंकि उनका प्रदर्शन इतना प्रभावशाली नहीं रहा लेकिन उन्हें लगता है कि वह अब भी टीम के लिए योगदान कर सकते हैं।
एंडरसन ने कहा, ‘‘मैंने इन सर्दियों जो ट्रेनिंग की है, मुझे लगता है कि उम्र बस एक संख्या मात्र है। जब मैं स्क्रीन पर आता हूं तो लोग हमेशा मेरी उम्र देखते हैं लेकिन जब आप गेंदबाजी के लिए उतरते हो तो मेरे लिए यह मायने नहीं रखता। बतौर क्रिकेटर आप जो महसूस करते हो, वही अहम होता है। मैं जानता हूं कि मैं अब भी मैदान में ‘डाइव’ कर सकता हूं और पिछले 20 वर्षों में जो करता हूं, गेंद से वैसा ही प्रदर्शन कर सकता हूं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पिछले पांच-छह साल मेरे करियर के सर्वश्रेष्ठ रहे हैं। हालांकि एशेज श्रृंखला ऐसी नहीं गयी जैसा मैं चाहता था लेकिन ऐसी भी कई श्रृंखलायें रही हैं जहां मैंने अपने करियर में अच्छी गेंदबाजी नहीं की है। कड़ी मेहनत की बदौलत सुनिश्चित किया जा सकता है कि ऐसा फिर नहीं हो। ’’
इंग्लैंड ने भारत ने पिछली टेस्ट श्रृंखला 2012-13 में जीती थी जबकि 2021 के पिछले दौर में उन्हें चार टेस्ट मैच की श्रृंखला 1-3 से गंवानी पड़ी थी जिसमें उन्होंने चेन्नई में पहला टेस्ट मैच जीता था।