पाइन लैब्स वैश्विक बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने की योजना बना रही है: सीईओ अमरीश राव

0
sdfreewsz

नयी दिल्ली, पांच नवंबर (भाषा) वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी पाइन लैब्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बी. अमरीश राव ने कहा कि कंपनी अपनी विकास रणनीति के तहत वैश्विक बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने की योजना बना रही है।

राव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ हम अपने वित्तीय प्रौद्योगिकी मंच को वैश्विक स्तर पर ले जाना चाहते हैं। हम दक्षिण-पूर्व एशिया तथा पश्चिम एशिया जैसे चुनिंदा वैश्विक बाजारों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं और इन बाजारों में विस्तार व नए ग्राहकों को जोड़ने का इरादा रखते हैं।’’

नोएडा स्थित पाइन लैब्स एक प्रौद्योगिकी कंपनी है जो डिजिटल भुगतान के माध्यम से वाणिज्य को डिजिटल बनाने एवं व्यापारियों, उपभोक्ता ब्रांडों, उद्यमों तथा वित्तीय संस्थानों के लिए समाधान जारी करने पर केंद्रित है।

इसका प्रौद्योगिकी बुनियादी ढांचा वर्तमान में भारत के साथ-साथ मलेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, दुबई, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और अफ्रीका के कुछ हिस्सों सहित 20 अंतरराष्ट्रीय बाजारों में डिजिटल लेनदेन एवं भुगतान प्रक्रिया का समर्थन करता है।

उन्होंने कहा, ‘‘ इन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने परिचालन का विस्तार करके, हम अपने मौजूदा परिचालन को बढ़ाने, अपनी साझेदारी परिवेश को मजबूत करने और अपने उत्पाद को व्यापक रूप से अपनाने में सक्षम होने की उम्मीद करते हैं।’’

कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 में 2,274 करोड़ रुपये का परिचालन राजस्व अर्जित किया। इसमें से 338 करोड़ रुपये या लगभग 15 प्रतिशत का योगदान अंतरराष्ट्रीय बाजारों से आया। विदेशी परिचालन से राजस्व में सालाना आधार पर 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में यह 1,769 करोड़ रुपये था।

गौरतलब है कि पाइन लैब्स ने अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए 210-221 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया है। कंपनी का 3,900 करोड़ रुपये का आईपीओ सात नवंबर को सार्वजनिक अभिदान के लिए खुलेगा और 11 नवंबर को संपन्न होगा। बड़े (एंकर) निवेशक छह नवंबर को बोली लगा पाएंगे।

आईपीओ 2,080 करोड़ रुपये के नए शेयर और 8.23 ​​करोड़ से अधिक शेयर की बिक्री पेशकश (ओएफएस) का संयोजन है।

कंपनी की योजना नए निर्गम से प्राप्त राशि का उपयोग ऋण चुकाने, आईटी परिसंपत्तियों में निवेश, क्लाउड बुनियादी ढांचे पर व्यय, प्रौद्योगिकी विकास पहल और ‘डिजिटल चेकआउट पॉइंट्स’ की खरीद के लिए करने की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *