नयी दिल्ली, तीन नवंबर (भाषा) देश की प्रमुख डिजिटल बुनियादी ढांचा कंपनी इंटेलीस्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर ने दक्षिण गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (डीजीवीसीएल) की दूसरे चरण की परियोजना के तहत 24 लाख स्मार्ट मीटर लगाने के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। इस परियोजना की कुल लागत 1,700 करोड़ रुपये है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि यह समझौता डीजीवीसीएल द्वारा नियुक्त परियोजना कार्यान्वयन एजेंसी आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी लि. (आरईसीपीडीसीएल) के साथ किया गया है। इसके साथ ही कंपनी का गुजरात में स्मार्ट मीटर लगाने का कुल ऑर्डर 70 लाख को पार कर गया है।
इंटेलीस्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के पास गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार और असम को मिलाकर कुल 2.25 करोड़ स्मार्ट मीटर लगाने का ऑर्डर है, जो देश में सबसे बड़ी ऑर्डर बुक में से एक है।
राष्ट्रीय निवेश एवं अवसंरचना कोष (एनआईआईएफ) और एनर्जी एफीशिएंसी सर्विस लि. (ईईएसएल) की संयुक्त उद्यम कंपनी गुजरात में पहले से ही दो बड़ी स्मार्ट मीटर परियोजनाओं पर काम कर रही है। एक ऑर्डर मध्य गुजरात विज कंपनी लि. (एमजीवीसीएल) के लिए 28.75 लाख स्मार्ट मीटर और दूसरा ऑर्डर डीजीवीसीएल के लिए 17.7 लाख स्मार्ट मीटर लगाने के लिए है।
बयान के मुताबिक, डिजिटलीकरण पहल के माध्यम से इंटेलीस्मार्ट गुजरात में 2,000 से अधिक प्रत्यक्ष और परोक्ष रोजगार सृजित कर रहा है।
इंटेलीस्मार्ट के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनिल रावल ने कहा, ‘‘यह गुजरात में हमारी तीसरी परियोजना है। हम गुजरात की परिवर्तन यात्रा में अपनी भूमिका का विस्तार करने के लिए उत्साहित हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात हमेशा से आधुनिक डिजिटल प्रौद्योगिकी को अपनाने में आगे रहा है। स्मार्ट मीटर लगाने के माध्यम से इंटेलीस्मार्ट राज्य की पहले से ही कुशल बिजली वितरण प्रणाली को और भी अधिक उपभोक्ता-अनुकूल, भरोसेमंद और भविष्य के लिए तैयार रहने की दिशा में सक्षम बना रहा है।’’
यह परियोजना डीबीएफओओटी (डिजाइन, निर्माण, वित्त, स्वामित्व, संचालन और हस्तांतरण) मॉडल पर संशोधित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत भरूच, अंकलेश्वर, वलसाड, वापी, नवसारी और अन्य जिलों में क्रियान्वित की जाएगी।
इंटेलीस्मार्ट ने डीजीवीसीएल परियोजना के पहले चरण के तहत अब तक 6.9 लाख स्मार्ट मीटर सफलतापूर्वक लगाए हैं।
आरडीएसएस के तहत वर्ष 2028 तक देश भर में 25 करोड़ स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य है। अब तक देश भर में चार करोड़ से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।