इंदौर, भारतीय क्रिकेट के दिग्गज विराट कोहली ने रिकॉर्ड 24 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच के साथ सोशल मीडिया से शुरू हुई दोस्ती की बातें साझा करते हुए कहा कि वह सर्बिया के इस महान खिलाड़ी का काफी सम्मान करते हैं।
यह सब तब शुरू हुआ जब कोहली सोशल मीडिया के जरिये जोकोविच को एक संदेश भेजा। उन्हें हालांकि यह देखकर आश्चर्य हुआ कि इस दिग्गज टेनिस खिलाड़ी ने पहले से ही उन्हें संदेश भेजा था।
कोहली ने बीसीसीबाई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) के ‘एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जारी वीडियो में कहा, ‘‘ मैं नोवाक के साथ बहुत ही व्यवस्थित तरीके से संपर्क में आया, मैं एक बार इंस्टाग्राम पर उनकी प्रोफाइल देख रहा था। मैं बस उन्हें अभिवादन करते हुए एक संदेश भेज दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ जब मैं उनके लिए संदेश लिख रहा था तब मुझे यह देख कर आश्चर्य हुआ कि मेरे इनबॉक्स में पहले से ही उनके अभिवादन का एक संदेश था। मैंने हालांकि कभी इसे पढ़ा नहीं था। मैंने संदेश देखने के बाद फिर से प्रोफाइल की जांच की कि कहीं यह फर्जी तो नहीं। ’’
कोहली इंदौर में अफगानिस्तान के खिलाफ खेले जाने वाले दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच से पहले कहा, ‘‘ मैंने इसकी दोबारा जांच की और यह वैध था। इसके बाद हम बात करने लगे। हम समय-समय पर संदेशों का आदान-प्रदान करते रहते हैं। मैंने उन्हें उनकी सभी अद्भुत उपलब्धियों के लिए बधाई दी।’’
दोनों खिलाड़ी इसके बाद नियमित रूप से दूसरे को उनकी उपलब्धियों पर बधाई संदेशों का आदान-प्रदान करने लगे।।
कोहली ने जब एकदिवसीय में अपना 50वां शतक जड़ा था तब जोकोविच ने भी इंस्टाग्राम स्टोरी पोस्ट करके उन्हें बधाई दी थी।
कोहली ने कहा, ‘‘हाल ही में जब मैंने अपना 50वां शतक पूरा किया, तो उन्होंने मुझे बधाई संदेश भी भेजा। यह आपसी प्रशंसा और सम्मान की बात है।’’
भारतीय खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ वैश्विक एथलीटों से जुड़ना वास्तव में अच्छा है। आप जानते हैं कि वे उच्च स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। मेरे मन में उनके लिए, उनकी जीवन यात्रा के लिए, फिटनेस के प्रति उनके जुनून के लिए बहुत सम्मान है। यह कुछ ऐसा जिसका मैं खुद बहुत अनुसरण करता हूं और इस पर बहुत विश्वास करता हूं।’’
कोहली ने कहा कि अगर उन्हें जोकोविच से मिलने का मौका मिला तो वह सर्बिया के इस खिलाड़ी के साथ कॉफी पीना चाहेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर वह कभी भारत आते है या मैं उस देश में रहूं जहां वह खेल रहे हैं तो मैं निश्चित रूप से उनसे मिलना चाहूंगा और शायद उनके साथ कॉफी भी पीऊंगा।’’
कोहली की इन बातों से पहले जोकोविच ने ‘सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर कहा था कि वह और कोहली दोनों ऐसे दोस्त है जो एक दूसरे से मैसेज (मोबाईल संदेश) से संपर्क में है।
जोकोविच ने कहा, ‘‘विराट कोहली और मैं कुछ साल से एक दूसरे को मैसेज कर रहे हैं। हमें कभी व्यक्तिगत रूप से मिलने का मौका नहीं मिला, लेकिन उनके जेसे खिलाड़ी से अपनी तारीफ सुनना मेरे लिए वास्तव में सम्मान और सौभाग्य की बात है।’’
जोकोविच ने कहा, ‘‘मैं उनके सभी करियर और उपलब्धियों की प्रशंसा करता हूं। मैंने भी क्रिकेट खेलना शुरू किया, लेकिन मैं इसमें बहुत अच्छा नहीं हूं। भारत आने से पहले मैं अपने क्रिकेट कौशल को सुधारना चाहूंगा।
जोकोविच को सिर्फ एक बार भारत आने का मौका मिला है। वह 2014 में अंतरराष्ट्रीय टेनिस प्रीमियर लीग के लिए नयी दिल्ली आये थे।
इस 36 साल के खिलाड़ी ने उम्मीद जतायी कि उन्हें जल्द ही फिर से भारत आने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इसे कई वर्षों से (भारत से जुड़ाव) महसूस किया है। मैं लगभग 10 या 11 साल पहले केवल एक बार नयी दिल्ली में दो दिवसीय प्रदर्शनी कार्यक्रम के लिए भारत आया था। यह एक संक्षिप्त प्रवास था, और मुझे उम्मीद है कि मैं जल्द ही वापस लौटूंगा और इस देश की समृद्ध इतिहास, संस्कृति और आध्यात्मिकता के बारे में पता लगाउंगा।’’
कोहली ने जोकोविच को ऑस्ट्रेलिया ओपन के लिए भी शुभकामनाएं दीं, जहां वह रिकॉर्ड 25वां ग्रैंड स्लैम जीतने की कोशिश करेंगे।
ऑस्ट्रेलियन ओपन से पहले जोकोविच को ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ के साथ एक प्रदर्शनी मैच खेलते देखा गया था।
कोहली ने वह क्लिप देखी और वह भी जोकोविच के साथ टेनिस खेलना चाहते है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने उनकी और स्टीव की क्रिकेट और टेनिस खेलते हुए क्लिप देखी। मुझे लगता है कि बल्ला घुमाने के मामले में वह रैकेट घुमाने में हमसे कहीं बेहतर है। स्टीव ने अपनी भी अच्छी सर्विस की थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं भी जोकोविच के साथ खेलना चाहूंगा। आप जानते हैं कि जब आप क्रिकेट खेलते हैं और आपके लिए आंख और हाथ का समन्यव जरूरी होता है। टेनिस में रैकेट से ऐसा करना होता है।’’
इस भारतीय बल्लेबाज ने कहा, ‘‘आपको ऐसा लगता है कि आप यह कर सकते हैं। मैंने टेनिस मैचों क देखा है और मुझे पता है कि वे सर्विस कितनी तेज होती हैं, शायद मैं गेंद को छू भी ना पाउं।’’
कोहली ने कहा, “लेकिन हां, शायद उसके साथ भी (क्रिकेट में) ऐसा होगा। शायद एक चीज जो मैं उसे सिखा सकता हूं कि वह यह कि क्रिकेट का बल्ला कैसे पकड़ना है।’’