हैदराबाद, केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के समय से ही पार्टी का हिंदू विरोधी रवैया रहा है।
रेड्डी ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया कि नेहरू ने सोमनाथ मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह में तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के शामिल होने का विरोध किया था।
उन्होंने कहा, “तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू जी ने तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को कई पत्र लिखकर 1951 में सोमनाथ मंदिर की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ में शामिल नहीं होने के लिए कहा था।”
रेड्डी ने दावा किया कि नेहरू ने प्रसाद को पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें हिंदू मंदिर के पुनरुद्धार में शामिल नहीं होना चाहिए क्योंकि देश धर्मनिरपेक्ष है।
उन्होंने कहा, ‘नेहरू से लेकर आज तक परिवारवाद की राजनीति करने वाली कांग्रेस का हिंदू विरोधी रवैया रहा है।’