51वें इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड 2023 में एक्टर जिम सरभ को ‘रॉकेट बॉयज़’ में उनकी शानदार परफॉर्मेंस के लिए नॉमिनेट किया गया था हालांकि जिम इस अवॉर्ड को हासिल करने से चूक गए।
कभी मलिक गफूर बनकर लोगों को डराने वाले तो कभी आतंकी खलील बनकर फैंस के दिलों में दहशत पैदा करने वाले जिम सरभ को भले ही सिल्वर स्क्रीन पर बड़े किरदार न मिले हों लेकिन उनका दमदार और अनोखा अंदाज जरूर ऐसा होता है जो हर किसी को कायल बना देता है।
27 अगस्त 1987 को मुंबई में एक पारसी परिवार में पैदा हुए जिम सरभ जब महज तीन साल के थे, उनका परिवार ऑस्ट्रेलिया शिफ्ट हो गया था। पांच साल बाद जब उनका परिवार दोबारा इंडिया आया, तब जिम की आगे की पढ़ाई मुंबई में शुरू हुई। कुछ साल बाद वो आगे की पढाई के लिए अमेरिका चले गए।
अमेरिका की एमोरी यूनिवर्सिटी में उन्होंने साइक्लोजी में ग्रेजुएशन के लिए दाखिला लिया। उस दौरान जिम सरभ ने अटलांटा में ‘द शो’, ‘ब्रेकअप’, ‘टेनिस इन नबलुस’ और ‘आइस ग्लेन’ में काम किया।
2012 में जिम अपनी पढाई खत्म कर भारत लौट आए। जिम सरभ ने साइक्लोजी की पढ़ाई शायद इसलिए की थी कि वह अपने अध्ययन के जरिये, लोगों के दिलों को समझना चाहते थे और इसी चाहत ने कब उनके अंदर अभिनय की हूक जगा दी, यह तो खुद जिम को भी पता नहीं चल सका।
भारत लौटने के बाद जिम मुंबई के स्थानीय थिएटर से जुड़ गए। उसके बाद जब उनकी एक्टिंग की काबिलियत के चर्चे होने लगे, उन्हें फिल्म मेकर राम माधवानी ने ‘नीरजा’ (2016) के एक किरदार के लिए साइन किया। इस तरह जिम की हिंदी सिने जगत में एंट्री हुई।
अपनी एयरलाइन्स के पैसेंजर्स की खातिर अपनी जान कुर्बान कर देने वाली एयर होस्टेस नीरजा भनोट की जिंदगी पर बनी फिल्म ‘नीरजा’ (2016) में जिम ने खूंखार आतंकी खलील का किरदार बेहतरीन तरीके से निभाया, इसके लिए उनकी जमकर प्रशंसा हुई।
इसके बाद एक सिलसिला चल निकला और जिम सरभ ‘पद्मावत’, ‘राबता’ और ‘संजू’ जैसी अनेक फिल्मों में नजर आए। फिल्मों के अलावा जिम अब तक ‘स्मोक’, ‘मेड इन हेवन’ और ‘फ्लिप’ जैसी कई वेब सीरीज में भी काम कर चुके हैं।