एक्टिंग करियर की शुरुआत टेलीविजन शो से करने वाली एक्ट्रेस यामी गौतम अब तक 27 फिल्में कर चुकीं हैं। उन्होंने, हिंदी के अलावा कन्नड़, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्मों में भी काफी काम किया है।
यामी ने कन्नड़ फिल्म, ‘उल्लासा उत्साहा’ (2009) से फिल्मों में डेब्यू किया था। उसके बाद पंजाबी फिल्म ‘एक नूर’ (2011) और तेलुगु फिल्म ‘नुव्वीला’ (2011) करने के बाद उन्होंने फिल्म ‘विक्की डोनर’ (2012) से हिंदी सिने जगत में करियर की शुरूआत की।
फिल्म ‘विक्की डोनर’ (2012) सफल रही और उसके बाद यामी कुछ और बेहतरीन फिल्मों जैसे ‘बदलापुर’ (2015), ‘काबिल’ (2017) और ‘ए थर्सडे’ (2022) में नजर आईं।
लेकिन साल 2018 में एक वक्त ऐसा भी आया, जब वह अपनी काबिलियत के अनुसार कामयाबी न मिल पाने के कारण एक्टिंग छोड़कर कुछ और करने के बारे में सोचने लगी थी। तभी उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ (2019) और ‘बाला’ (2019) जैसी फिल्मों की सफलता के बाद उन्हैं अपना इरादा स्थगित करना पड़ा।
और आज वह इंडस्ट्री की उन कामयाब एक्ट्रेसेस में से एक हैं जो बिना किसी फिल्मी बैकग्राउंड के फिल्म इंडस्ट्री में आईं और अपनी जगह बनाने में कामयाब हुईं। । इस साल वो फिल्म ‘ओ एम जी 2’ (2023) में नजर आईं । उनकी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छी खासी हिट साबित हुई।
यामी गौतम का जन्म हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में एक मिडिल क्लास परिवार में हुआ। लेकिन उनका बचपन चंडीगढ़ में बीता, वहीं उनकी पढाई लिखाई हुई। पेरेंट्स की ख्वाहिश थी कि यामी अच्छी शिक्षा प्राप्त कर आई ए एस अधिकारी बनकर अपना और परिवार का नाम रोशन करे लेकिन वक्त के साथ यामी का रुझान फिल्मों की तरफ होता गया।
कहते हैं कि इंसान की किस्मत में जो लिखा होता है, वही उसे मिलता है। आप अंदर से जो कुछ बनना चाहते हैं, वही बनते हैं क्योंकि गुपचुप रूप से कहीं ना कहीं आपकी कोशिशें, अपनी उसी चाहत के लिए होती हैं।
यामी एक्टिंग फील्ड में आना चाहती थी। उनके दोस्तों ने न सिर्फ उनका हौसला बढाया बल्कि उन्हें एहसास भी कराया कि वो यह सब कुछ कर सकती हैं।
फिर अपनी कोशिशों को अंजाम देने के लिए यामी चंडीगढ़ से मुंबई आ पहुंची। यामी को पहला ब्रेक टीवी शो में मिला। हालांकि वो शो ज्यादा नहीं चला लेकिन उसके बाद कुछ टीवी शोज में काम मिला और करियर की शुरुआत हो गई।
कुछ साउथ और पंजाबी फिल्मों के बाद शुजित सरकार की फिल्म ‘विक्की डोनर’ (2012) से उन्होंने हिंदी सिने जगत में शुरूआत की। शुरूआती कामयाबी के बावजूद यामी का कैरियर हिचकोले खाता रहा।
2019 में ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ के बाद उनके करियर में बड़ा टर्निंग पॉइंट आया । उसी साल फिल्म ‘बाला’ में उन्हें देखने के बाद लोगों को सहसा यकीन ही नहीं हुआ कि वह इतनी अच्छी कॉमेडी भी कर सकती है। उसके बाद फिल्म ‘ए थर्सडे’ (2022) में यामी गौतम ने अपने एक्टिंग टेलेंट का ऐसा कमाल दिखाया कि लोग अवाक होकर रह गए।
2023 में यामी ‘लॉस्ट’ (2023) ‘चोर निकल के भागा’ (2023) और ‘ओ एम जी 2’ (2023) में नजर आईं। इन फिल्मों के लिए उन्हैं काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली।
‘लॉस्ट’ (2023) की स्क्रिप्ट कमाल की थी। फिल्म में यामी ने ‘नैना जायसवाल का शानदार किरदार निभाया। जिस किसी ने फिल्म देखी, उसने नैना के दर्द से खुद के अंदर महसूस किया।
फिल्म ‘ओ एम जी 2’ (2023) में यामी ने वकील कामिनी माहेश्वरी का किरदार निभाया है। खास बात यह थी कि फिल्म में उन्होंने कई लंबे डॉयलोग सिर्फ एक टेक में पूरे किए।
उनकी यह फिल्म उनके उम्दा काम की वजह से इंडस्ट्री में 100 करोड़ रुपये के बैंचमार्क को पार करने में भी कामयाब रही। इस प्रोजेक्ट के साथ साबित हो गया कि यामी गौतम फिल्म-दर-फिल्म कामयाबी की बुलंदियों की तरफ बढ रही हैं।