मुंबई, निवेश बैंकरों की शुल्क आय 2023 में सालाना आधार पर 28 प्रतिशत बढ़कर 1.3 अरब अमेरिकी डॉलर के नए शिखर पर पहुंच गई।
एलएसईजी डील्स इंटेलिजेंस (पुराना नाम रिफिनिटव) द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2023 में अनुमानित शुल्क 1.3 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। यह 2022 की तुलना में 28 प्रतिशत अधिक है। वहीं 2000 से दर्ज किए जा रहे इन आंकड़ों में यह अबतक का सबसे ऊंचा आकंड़ा है।
उच्च इक्विटी और बॉन्ड बिक्री की वजह से निवेश बैंकरों की आय बढ़ी है।
एजेंसी के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक 10.27 करोड़ अमेरिकी डॉलर के संग्रह के साथ निवेश बैंकिंग शुल्क हासिल करने में शीर्ष पर रहा। यह देश के कुल निवेश बैंकिंग शुल्क का 7.7 प्रतिशत है। दूसरा सबसे बड़ा शुल्क स्रोत इक्विटी पूंजी बाजार (ईसीएम) ‘अंडरराइटिंग’ से रहा। यह 2023 में 68 प्रतिशत बढ़कर 34.35 करोड़ अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया।
ईसीएम गतिविधियों में 2023 में 31.2 अरब अमेरिकी डॉलर जुटाए गए। यह 2022 की तुलना में यह 59.6 प्रतिशत अधिक है। वहीं 2021 के बाद से सर्वाधिक है।
ईसीएम पेशकशों की संख्या में भी सालाना आधार पर 48.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई। ईसीएम मार्ट का नेतृत्व अनुवर्ती पेशकशों द्वारा किया गया, जो कुल ईसीएम आय का 78 प्रतिशत रहीं। इसमें 24.4 अरब अमेरिकी डॉलर की बढ़ोतरी हुई। यह सालाना आधार पर 105.1 प्रतिशत अधिक है, जबकि मात्रा 39.8 प्रतिशत बढ़ी।