तोक्यो, परिवहन सुरक्षा अधिकारियों ने जापान एयरलाइंस के विमान के गंभीर रूप से जले हुए हिस्से से वॉयस रिकॉर्डर की तलाश तेज कर दी है, जिसकी मदद से राजधानी तोक्यो के हानेडा हवाई अड्डे के रनवे पर एक छोटे तट रक्षक विमान के साथ इस यात्री विमान की टक्कर के कारणों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।
हवाई अड्डे के रनवे को विमानों की आवाजाही के लिए फिर से खोलने हेतु जले हुए एयरबस ए320 के मलबे को हटाने के लिए शनिवार को भारी मशीनरी ने दूसरे दिन भी अपना काम जारी रखा।
जापान के परिवहन मंत्री तेत्सुओ सैतो ने कहा कि अधिकारी सोमवार को रनवे को फिर से खोलने का लक्ष्य बना रहे हैं। जापान तटरक्षक विमान का मलबा साफ कर दिया गया है।
सैतो ने कहा कि हवाई अड्डे का यातायात नियंत्रण अभियान कक्ष रनवे पर शनिवार से शुरू होने वाली विमानों की आवाजाही की निगरानी के लिए एक नयी प्रक्रिया तैयार करेगा। ऐसी अटकलें हैं कि यातायात नियंत्रकों ने जेएएल विमान को उतरने की अनुमति देते समय रनवे पर तट रक्षक विमान की उपस्थिति पर ध्यान नहीं दिया होगा।
जापान परिवहन सुरक्षा बोर्ड के छह विशेषज्ञ शुक्रवार को रनवे पर पड़े एयरबस ए350-900 के क्षतिग्रस्त मलबे के बीच से गुजरे और वॉयस डेटा रिकॉर्डर की तलाश की।
तोक्यो स्थित हानेडा हवाई अड्डे के रनवे पर यह हादसा मंगलवार शाम को तब हुआ जब जापान एयरलाइंस (जेएएल) का एक विमान हानेडा के चार रनवे में से एक पर उतरा, तभी उड़ान भरने के लिए तट रक्षक बल का विमान बॉम्बार्डियर डैश -8 भी उड़ान भरने के लिए रनवे पर आ गया।
इस टक्कर में दोनों विमानों में आग लग गई। हालांकि, 20 मिनट के भीतर ही यात्री विमान के सभी 379 यात्रियों को और चालक दल के सदस्यों को आपातकालीन रास्ते से निकाल लिया गया। वहीं, तटरक्षक विमान में विस्फोट हुआ और उसका पायलट घायल हो गया जबकि चालक दल के पांच सदस्य मारे गए।
परिवहन मंत्रालय ने दुर्घटना से ठीक पहले लगभग 4 मिनट और 27 सेकंड का हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) संवाद का एक प्रतिलेख जारी किया है। इसमें प्रतीत हो रहा है कि तट रक्षक विमान को उड़ान भरने की स्पष्ट मंजूरी नहीं दी गई थी। संवाद प्रतिलेख के अनुसार तोक्यो हवाई नियंत्रण ने जेएएल एयरबस ए350 को रनवे सी पर उतरने की अनुमति दी।