नयी दिल्ली, 26 अक्टूबर (भाषा) भारतीय बाजार में रोजमर्रा की जरूरत का सामान (एफएमसीजी) बनाने वाली कंपनियों ने सितंबर तिमाही में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधारों और देश के कुछ हिस्सों में असामान्य रूप से भारी बारिश के कारण व्यवधान का सामना किया।
इन कंपनियों ने कहा कि इस वजह से उनकी बिक्री पर कुछ असर पड़ सकता है, लेकिन अनुकूल वृहद आर्थिक परिस्थितियों के कारण उन्हें आने वाली तिमाहियों में वृद्धि की उम्मीद है।
यूनिलीवर, रेकिट, हेनेकेन, पेप्सिको और कोका-कोला सहित एफएमसीजी खंड की प्रमुख वैश्विक कंपनियों ने अपनी आय संबंधी वार्ताओं में कहा कि सितंबर में व्यापार चैनल में व्यवधान के कारण उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
यूनिलीवर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) फर्नांडो फर्नांडीज ने कहा, ‘‘हमारे उभरते बाजारों का प्रदर्शन सुधर रहा है। विशेष रूप से भारत मध्यम अवधि में बहुत अच्छी स्थिति में है। जीएसटी सुधार का अल्पावधि में कुछ प्रभाव पड़ा है, लेकिन हमारा मानना है कि यह हमारे पोर्टफोलियो के 40 प्रतिशत हिस्से के लिए बहुत अच्छी खबर है, जहां कीमतों में लगभग 10 प्रतिशत की कमी आई है।’’
ब्रिटिश एफएमसीजी कंपनी रेकिट ने कहा कि नए जीएसटी स्लैब के लागू होने के कारण सितंबर तिमाही में भारत में उसकी शुद्ध राजस्व वृद्धि प्रभावित हुई, हालांकि डेटॉल ब्रांड में बिक्री आधारित वृद्धि हुई।
रेकिट की मुख्य वित्त अधिकारी शैनन आइजनहार्ट ने कहा, ‘‘जीएसटी चरणबद्ध तरीके से लागू होने का तीसरी तिमाही में प्रभाव कम से लेकर मध्य एकल अंक तक रहा।’’
कंपनी ने कहा कि उसका चीन और भारत में बहुत सफल कारोबार है।
यूनाइटेड ब्रूअरीज लिमिटेड (यूबीएल) की मालिक डच ब्रूइंग कंपनी हेनेकेन एनवी ने कहा कि मानसून के दौरान देश के कुछ हिस्सों में हुई असामान्य भारी बारिश के कारण 2025 की सितंबर तिमाही में भारत में उसकी बीयर की बिक्री में ‘मध्य-एकल अंक’ की गिरावट आई है।
हेनेकेन के सीएफओ हेरोल्ड वैन डेन ब्रोक ने कहा, ‘‘भारत में बीयर की बिक्री में मध्य-एकल अंक की गिरावट आई, जो मानसून के मौसम के कारण प्रभावित हुई। हमने बाजार से बेहतर प्रदर्शन किया।’’
अमेरिकी कोला कंपनियों कोका-कोला और पेप्सिको ने भी सितंबर तिमाही में बारिश के कारण व्यवधान की सूचना दी।
नेस्ले एसए ने अपनी वैश्विक आय में भारत का जिक्र किया है, जिसमें मजबूत प्रदर्शन और अच्छी गति की बात कही गई।