नयी दिल्ली, 26 अक्टूबर (भाषा) अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड (वीआरएल) ने अक्टूबर में बॉन्ड के जरिये 50 करोड़ डॉलर जुटाए हैं और इस राशि का इस्तेमाल निकट अवधि की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में किया जाएगा।
कंपनी ने बॉन्डधारकों को लिखे पत्र में कहा है कि ‘उसके ऋण पोर्टफोलियो की औसत परिपक्वता अवधि अब चार साल से ज्यादा है, और उसने अपनी भारित औसत ब्याज लागत को घटाकर एकल अंक में कर दिया है, जो एक मजबूत और ज़्यादा लचीली पूंजी संरचना को दर्शाता है।’
कंपनी ने कहा कि उसने ‘‘अपने दायित्वों को पूरा करने की रूपरेखा के अनुरूप, 55 करोड़ डॉलर की निजी ऋण सुविधा (पीसीएफ) सहित निकट अवधि के दायित्वों को चुकाने के लिए 50 करोड़ डॉलर का बॉन्ड जारी किया है।’’
इसके साथ ही, समूह के पास अब वित्त वर्ष 2026-27 तक कोई भी महत्वपूर्ण परिपक्वता नहीं है, जिससे एक संतुलित देयता संरचना सुनिश्चित होती है।
कंपनी ने आगे कहा कि समूह मजबूत तरलता बनाए रखता है, जिसे परिचालन वाली अनुषंगी कंपनियों से लाभांश प्रवाह और स्वस्थ मुक्त नकदी सृजन का समर्थन प्राप्त है।
कंपनी ने अग्रणी वैश्विक और भारतीय बैंकों के एक संघ के साथ 50 करोड़ डॉलर की सावधि ऋण सुविधा के लिए समझौता किया है। कंपनी के पास 68.2 करोड़ डॉलर की अप्रयुक्त शेष राशि के साथ एक दीर्घकालिक ऋण सुविधा है।
वेदांता रिसोर्सेज ने कहा कि परिचालन वाली अनुषंगी कंपनियों से लाभांश प्रवाह और स्वस्थ मुक्त नकदी सृजन मजबूत तरलता को और बढ़ावा देते हैं।
परिचालन की दृष्टि से, वेदांता के मुख्य कारोबार – जस्ता, तेल और गैस, एल्युमीनियम और बिजली – मजबूत एबिटा और नकदी प्रवाह प्रदान करते रहे हैं।
कंपनी ने बताया कि वैश्विक व्यापार व्यवधानों के बावजूद जिंस कीमतें जुझारू बनी हुई हैं, जिससे लाभप्रदता को समर्थन मिल रहा है।
कंपनी ने कहा कि वेदांता लिमिटेड का पांच स्वतंत्र क्षेत्र-विशिष्ट संस्थाओं में चल रहा विभाजन योजना के अनुसार आगे बढ़ रहा है, जिसका उद्देश्य मूल्य संवर्धन, पारदर्शिता बढ़ाना और बेहतर पूंजी आवंटन संभव बनाना है।
कंपनी ने वित्तीय अनुशासन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि वह सभी ऋण दायित्वों का पालन करना जारी रखेगी और आंतरिक स्रोतों, रणनीतिक पुनर्वित्त और पूंजी अनुकूलन के माध्यम से अपने ऋण कम करने के चक्र को बनाए रखेगी।
वेदांता ने पत्र में अनुशासित पूंजी प्रबंधन और दीर्घकालिक मूल्य सृजन पर अपने पर जोर देते हुए कहा, ‘‘आपके निरंतर विश्वास और समर्थन ने इन परिणामों को संभव बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’’
वेदांता रिसोर्सेज ने वित्त वर्ष 2021-22 से अपने ऋण में चार अरब डॉलर से अधिक की कमी की है, जिससे कुल सकल ऋण वित्त वर्ष 2021-22 के 9.1 अरब डॉलर से घटकर जून, 2025 तक 4.8 अरब डॉलर रह गया है।