नयी दिल्ली, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में यहां आयोजित कीर्तन दरबार में हिस्सा लिया।
यह आयोजन पंजाब सरकार ने किया था।
केजरीवाल ने गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब में आयोजित कीर्तन दरबार में कहा कि राज्य (पंजाब) सरकार सौभाग्यशाली है कि उसे नौवें सिख गुरु को समर्पित इन कार्यक्रमों के आयोजन का अवसर मिला।
उन्होंने कहा कि मुगलों ने हिंदुओं को जबरन इस्लाम में परिवर्तित करने की योजना बनाई थी, जिसके बाद कश्मीर के पंडित अपनी आस्था की रक्षा के लिए गुरु तेग बहादुर के पास मदद के लिए आए थे।
केजरीवाल ने कहा कि मुगल सम्राट के कई प्रस्तावों के बावजूद गुरु बहादुर ने अत्याचार के आगे झुकने से इनकार कर दिया और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए शहादत का मार्ग चुना।
‘आप’ संयोजक ने कहा कि विश्व इतिहास के पन्ने तपस्या, संयम, वीरता, त्याग और सेवा की घटनाओं से भरे पड़े हैं लेकिन धार्मिक स्वतंत्रता और मानवीय गरिमा के लिए गुरु तेग बहादुर के बलिदान ने मानव इतिहास में एक नया और अद्वितीय अध्याय जोड़ा है।
केजरीवाल ने कहा कि मुगलों के आगे झुकने के बजाय गुरु तेग बहादुर ने अपने बलिदान से अत्याचार की जड़ें हिला दीं और इसने भारत के इतिहास की दिशा बदल दी।
वहीं, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि इन शहीदों का बलिदान व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं बल्कि सभी के कल्याण, सत्य और न्याय के लिए था।
उन्होंने कहा कि खालसा पंथ की स्थापना गुरु तेग बहादुर की शहादत के 24 वर्ष बाद 1699 में श्री आनंदपुर साहिब की पवित्र भूमि पर हुई थी।
मान ने कहा कि दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह ने धर्म की प्रतिष्ठा के लिए अपने पूरे परिवार का बलिदान दिया, जो विश्व इतिहास में एक अद्वितीय उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि पंजाबियों को उत्पीड़न, अत्याचार और अन्याय के खिलाफ प्रतिरोध की भावना श्री गुरु अर्जन देव, श्री गुरु तेग बहादुर और श्री गुरु गोबिंद सिंह से विरासत में मिली है।
मान ने कहा कि नौवें सिख गुरु एकता व धार्मिक सहिष्णुता के पक्षधर थे और उनका जीवन एवं शिक्षाएं समस्त मानवता के लिए एक प्रकाश स्तंभ हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु साहिब के शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में पंजाब सरकार विभिन्न राज्यों में कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम शनिवार से गुरुद्वारा शीश गंज साहिब में शुरू होंगे और गुरुद्वारा श्री रकाब गंज साहिब में भव्य कीर्तन दरबार का आयोजन किया जा रहा है।
मान ने कहा कि एक नवंबर से 18 नवंबर तक पंजाब के सभी जिलों में प्रकाश और ध्वनि कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें गुरु तेग बहादुर के जीवन और दर्शन को प्रदर्शित किया जाएगा।