दवाइयां देख भाल कर ही लें

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कई बार बची हुई दवाइयां महीनों और वर्षों तक पड़ी रहती हैं और उनके कवर पर उनकी एक्सपायरी डेट भी न होने से या किसी कारण से नहीं पढ़ी जा सकती है। यदि इन गोलियों का रंग पीला हो गया है या उन में से सिरके जैसी बदबू आ रही हो तो कदापि न लें। यह आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
जो कैप्सूल बाहर से मुलायम पड़ गया हो और जो गोलियां चटख गयी हों या उन पर पपड़ी सी जम गई हो, इन्हें कदापि न लें।
जो सीरप या पीने की दवाई की बोतल ज्यादा समय से पड़ी हो या कम से कम दो महीने तक पड़ी हो तो उन्हें भी न लें। आंख या कान में डालने वाली दवाई ढक्कन खोलने के बाद एक महीने से अधिक बची हो तो उसे भी प्रयोग न करें। यह थोड़ी सी कंजूसी शायद ज्यादा रूपए भी खर्च करवा सकती है। 
 

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