मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार मोहनलाल को हाल ही में 23 सितंबर को 71वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार समारोह में भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए सबसे बड़े सम्मान ‘दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया।
‘दृश्यम’ समेत कई ब्लॉकबस्टर फिल्में देने वाले एक्टर मोहनलाल पिछले तीन दशक से साउथ सिनेमा में सक्रिय हैं और पहले भी उन्हें 5 नेशनल अवॉर्ड, 9 स्टेट अवॉर्ड, पद्म भूषण और पद्मश्री जैसे सम्मान हासिल हो चुके है।
फिल्मों में मोहनलाल की सक्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस साल अब तक उनकी तीन फिल्में ‘हृदयपूर्वम’, ‘थुडारम’ और ‘एल 2 एम्पुरान’ रिलीज हो चुकी हैं। ये तीनों ही फिल्में बॉक्स ऑफिस पर छप्परफाड़ कमाई करते हुए ब्लॉकबस्टर साबित हुईं। उनकी 3 और फिल्में रिलीज हेतु तैयार हैं।
मोहनलाल जब छठवीं क्लास में थे तो उन्होंने एक प्ले में हिस्सा लेते हुए 60 साल के बुजुर्ग का रोल निभाया था। उस रोल के लिए मोहनलाल के काम की जमकर तारीफ हुई थी।
मोहनलाल ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत फिल्म ‘थिरनोत्तम’ से की थी लेकिन उनकी ये पहली फिल्म रिलीज नहीं हो पाई। इसके बाद उन्हें फिल्म ‘मंजिल वरिंन्या पूक्कल’ (1980) में काम करने का अवसर मिला। फिल्म में वे विलेन के रोल में थे।
इसके बाद कुछ सालों तक मोहनलाल फिल्मों में विलेन के रोल में नजर आते रहे। इन किरदारों के जरिए वे धीरे-धीरे कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते हुए लोगों के दिलों पर छा गए।
साल 1982 से साल 1986 के दरमियान आलम ये रहा कि हर 15 दिन में मोहनलाल की फिल्में रिलीज होने लगी। उन्होंने एक साल में न केवल 34 फिल्मों में काम किया बल्कि लगातार 25 हिट फिल्में देने का एक ऐसा कीर्तिमान बनाया जिसे आजतक कोई तोड़ नहीं पाया है।
मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव मोहनलाल ने अपने फिल्म करियर में तमिल, हिंदी, तेलुगु और कन्नड़ में बनी 400 से ज्यादा फिल्मों में काम करते हुए खुद को एक लीजेंड्री एक्टर के रूप स्थापित किया हैं।
मोहनलाल न केवल बेहद टैलेंटेड एक्टर हैं बल्कि लगभग 60 प्रतिशत एक्टिंग का काम सिर्फ अपनी प्रभावशाली आंखों के जरिए पूरा करते हैं। सारे देश में मोहनलाल की बेहद तगड़ी फैन फॉलोइंग है। उनकी फिल्में देखने के लिए फैंस हरदम बैचेन रहते हैं।
ऊटी में मोहनलाल का एक विशाल बंगला है। इसके अलावा दुबई के बुर्ज खलीफा में भी उनका एक फ्लैट है।
इस वक्त मोहनलाल की झोली में पृथ्वीराज सुकुमारन के डायरेक्शन में बन रही ‘लुसिफर 2’, ‘वृषभ’, ‘भा भा बा’, ‘दृश्यम 3’, ‘पेट्रियोट’ और ‘राम’ जैसी अनेक फिल्में हैं। 45 साल के फिल्म करियर में मोहनलाल की सक्रियता देखकर सचमुच आश्चर्य होता है।