विकास व विरासत की साझा ताकत 21वीं सदी में भारत को सबसे आगे ले जाएगी: मोदी
Focus News 30 December 2023अयोध्या (उप्र), प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या के पुरातन वैभव और विकास कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि विकास व विरासत की साझा ताकत 21वीं सदी में भारत को सबसे आगे ले जाएगी।
मोदी ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण (नवनिर्मित राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह) का इंतजार कर रही है। ऐसे में अयोध्या वासियों में यह उत्साह, यह उमंग बहुत स्वाभाविक है।’
रैली को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य में 15,700 करोड़ रुपये से अधिक की केन्द्र व राज्य सरकार की 46 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस बीच शंखनाद की ध्वनि और ‘राम राम-जय जय राजाराम’ भजन से वातावरण गूंज उठा।
इसके पहले मोदी ने अयोध्या पहुंचने पर हवाई अड्डे से रेलवे स्टेशन तक एक रोड शो किया और पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया और दो अमृत भारत और छह वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद मोदी ने अयोध्या में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया।
हवाई अड्डे का नाम महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, अयोध्या धाम रखा गया है। महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना की थी। महर्षि वाल्मीकि के बहुत सारे अनुयायी हैं, जिनमें विशेष रूप से दलित समुदाय के लोग शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने अयोध्या में अपने स्वागत और रोड शो की चर्चा करते हुए कहा कि ‘भारत की मिट्टी के कण-कण और भारत के जन-जन का मैं पुजारी हूं और मैं भी आपकी तरह उतना ही उत्सुक हूं। हम सभी का ये उत्साह, ये उमंग अयोध्या की सड़कों पर भी पूरी तरह नजर आ रहा था।’ मोदी ने 15 हजार करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं और अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन और महर्षि वाल्मीकि के नाम पर बने आधुनिक अंतरराष्ट्रीय विमानतल के अपने द्वारा किये गए लोकार्पण की चर्चा करते हुए कहा, ‘यहां विकास की भव्यता दिख रही है तो कुछ दिन बाद यहां विरासत की भव्यता और दिव्यता दिखने वाली है।’ मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि ‘यही विकास व विरासत की साझा ताकत 21वीं सदी में भारत को सबसे आगे ले जाएगी।’
उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों गिनाते हुए कहा, ‘एक समय था जब यहीं अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे। आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं देश के चार करोड़ गरीबों को मिला है।’
मोदी ने कहा, ‘‘मोदी की गारंटी में इतनी ताकत इसलिए है क्योंकि मोदी जो कहता है, उसे पूरा करने के लिए अपना जीवन खपा देता है। दिन और रात एक कर देता है। अयोध्या नगरी इस बात की साक्षी है।’’
उन्होंने लोगों से 14 जनवरी से 22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलाने की अपील करते हुए कहा कि मकर संक्रांति के दिन से स्वच्छता का एक बड़ा अभियान चलाया जाना चाहिए।
अपने संबोधन के दौरान मोदी ने भीड़ से सियावर राम चंद्र का नारा लगवाने के साथ 30 दिसंबर की तारीख को ऐतिहासिक तारीख करार देते हुए कहा कि इसी तारीख 1943 में नेताजी (सुभाष चंद्र बोस) ने अंडमान में झंडा फहराकर आजादी का जयघोष किया था और आज इस पावन दिवस पर आजादी के अमृत काल के संकल्प को आगे बढ़ा़ रहे हैं।
मोदी ने 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण-शिलान्यास की चर्चा करते हुए कहा, ‘अयोध्या नगरी से नयी ऊर्जा मिल रही है। आधुनिक अयोध्या को देश के नक्शे पर फिर से गौरव के साथ स्थापित करेंगे।’
शनिवार को हरी झंडी दिखाने वाली ट्रेनों पर मोदी ने कहा कि वंदे भारत, नमो भारत और अमृत भारत ट्रेनों की त्रिशक्ति भारतीय रेलवे का कायाकल्प करने जा रही है।
विकास परियोजनाओं के लिए अयोध्या वासियों को बधाई देते हुए मोदी ने कहा कि ‘दुनिया में कोई भी देश हो, अगर उसे विकास की नयी ऊंचाई पर पहुंचना है तो उसे अपनी विरासत को सहेजना होगा।’
मोदी ने कहा, ‘हमारी विरासत हमें प्रेरणा देती है। हमें सही मार्ग दिखाती है, इसलिए आज का भारत पुरातन व नूतन, दोनों को आत्मसात करते आगे बढ़ रहा है।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज भारत अपने तीर्थों को तो संवार ही रहा है, डिजिटल तकनीक की दुनिया में भी छाया हुआ है। आज भारत काशी विश्वनाथ धाम के साथ ही देश में 30 हजार पंचायत भवन भी बनवा रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘हम चांद, सूरज और समुद्र की गहराइयों को नाप रहे हैं तो अपनी पौराणिक मूर्तियों को भी भारत वापस ला रहे हैं। आज के भारत का मिजाज अयोध्या में स्पष्ट दिखता है। आज यहां प्रगति का उत्सव है और कुछ दिन बाद यहां परंपरा का भी उत्सव होगा।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि अयोध्या हवाई अड्डे का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा गया है। प्रभु श्री राम के अस्तित्व से महर्षि ने परिचित कराया। राम ने उनके लिए कहा था- तुम त्रिकालदर्शी मुनि नाथा– अर्थात हे मुनि आप त्रिकालदर्शी हैं और संपूर्ण विश्व आपके लिए हथेली पर रखे हुए बेर के समान है।’
उन्होंने कहा कि ‘त्रिकालदर्शी महर्षि वाल्मीकि के नाम पर अयोध्या धाम का नाम यहां आने वाले हर यात्री को धन्य करेगा।’
मोदी ने कहा, ‘प्राचीन काल में अयोध्या का वर्णन महर्षि वाल्मीकि ने विस्तार से किया है। वाल्मीकि जी बताते हैं कि महान अयोध्या पुरी धन धान्य से परिपूर्ण व आनंद से भरी हुई थी। अयोध्या में विज्ञान व वैराग्य तो था ही उसका वैभव शिखर पर था।’
मोदी ने कहा, ‘आने वाले समय में अयोध्या नगरी, अवध क्षेत्र ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश के विकास को यह दिशा देने वाली है।
सभा को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी संबोधित किया। सभा में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक भी मौजूद थे।