कोलंबो, 21 अक्टूबर (भाषा) कोलंबो वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल (सीडब्ल्यूआईटी) ने इस वर्ष पहले नौ महीनों में श्रीलंका के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रवाह में सबसे अधिक योगदान किया। इसने अत्याधुनिक बंदरगाह बुनियादी ढांचे में 22.9 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है। निवेश बोर्ड ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
सीडब्ल्यूआईटी, अदाणी इंटरनेशनल पोर्ट होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (भारत) और जॉन कील्स होल्डिंग्स पीएलसी द्वारा श्रीलंका पोर्ट्स अथॉरिटी के साथ साझेदारी में किया गया निवेश है।
निवेश बोर्ड (बीओआई) ने घोषणा की, ‘‘ बीओआई-अनुमोदित उद्यमों में निवेश के लिए विदेशी वाणिज्यिक ऋण सहित प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्रवाह जनवरी से सितंबर 2025 की अवधि के दौरान 82.7 करोड़ डॉलर तक पहुंच गया जो 2024 की इसी अवधि में 138 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है।’’
इसमें कहा गया कि सीडब्ल्यूआईटी ने ‘‘ रणनीतिक विकास समझौते के तहत अत्याधुनिक बंदरगाह अवसंरचना’’ में 22.9 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है।
बीओआई ने कहा कि इससे बंदरगाह की क्षमता 32 लाख बीस-फुट समतुल्य इकाइयों (टीईयू) तक बढ़ जाएगी, जिससे दक्षिण एशिया में एक प्रमुख ‘ट्रांसशिपमेंट’ केंद्र के रूप में कोलंबो की भूमिका और मजबूत होगी।
बीओआई ने ब्यौरा देते हुए कहा कि निवेश प्रवाह चार स्रोतों से आया। इसमें इक्विटी पूंजी से 13.3 करोड़ डॉलर, पुनर्निवेशित प्रतिधारित आय से 13.2 करोड़ डॉलर, निवेश के लिए अंतर-कंपनी विदेशी उधार से 23.1 करोड़ डॉलर, निवेश के लिए दीर्घकालिक विदेशी वाणिज्यिक ऋण से 33.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर रहा।
बोर्ड के प्रमुख अर्जुन हेराथ ने कहा, ‘‘ 2025 के पहले नौ महीनों में विदेशी पूंजी प्रवाह में 82.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर की वृद्धि श्रीलंका के कारोबारी माहौल में निवेशकों के नए विश्वास को दर्शाती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ नई और मौजूदा दोनों परियोजनाओं ने इस प्रभावशाली प्रदर्शन में योगदान दिया है जो सरकार और बीओआई द्वारा कार्यान्वित सुधारों एवं व्यापार करने में सुगमता की पहल के प्रभाव को रेखांकित करता है।’’