अयोध्या, अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन कल किया जाएगा जो आधुनिक सुविधाओं से लैस है वहीं उसे राममंदिर की वास्तुशैली के चित्रण के साथ पारंपरिक स्वरूप में भी दर्शाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 दिसंबर को अयोध्या के पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे।
बृहस्पतिवार शाम को ‘पीटीआई-भाषा’ की एक टीम ने यहां हवाई अड्डे का दौरा किया और श्रमिकों को निर्माण कार्य को पूरा करने में व्यस्त देखा। हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन को तिरंगे की थीम पर सजाया जा रहा है।
यह नवनिर्मित हवाई अड्डा मुख्य अध्योध्या शहर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर है। उसमें आधुनिक निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। उसे अयोध्या स्टेशन के नये भवन की भांति ही पारंपरिक स्वरूप प्रदान किया गया है। इसका मुख्य द्वार भी इसी तरह बनाया गया है।
सीतापुर रोड साइड से हवाई अड्डे की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर कई पोस्टर लगाये गये हैं जिनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर है और स्वागत संदेश लिखा है।
इस मार्ग पर सजावटी लैंपपोस्ट लगाये गये हैं जबकि बीच में हरियाली इस क्षेत्र की आभा को बढ़ाती है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा था, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 दिसम्बर को उत्तर प्रदेश के अयोध्या का दौरा करेंगे। वह पूर्वाह्न करीब 11.15 बजे पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे, नई अमृत भारत ट्रेनों और वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। वह कई अन्य रेल परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। दोपहर करीब सवा बारह बजे प्रधानमंत्री नवनिर्मित अयोध्या हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे।’’ उसमें कहा गया है कि अयोध्या के अत्याधुनिक हवाई अड्डे का पहला चरण 1,450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6,500 वर्गमीटर होगा, जो सालाना लगभग 10 लाख यात्रियों की सेवा करने के लिए तैयार होगा।
टर्मिनल भवन का अग्रभाग अयोध्या के श्रीराम मंदिर की वास्तुकला को दर्शाता है। टर्मिनल भवन के अंदरूनी हिस्सों को भगवान श्रीराम के जीवन को दर्शाते हुए स्थानीय कला, चित्रों और भित्ति चित्रों से सजाया गया है।
अयोध्या हवाई अड्डे का टर्मिनल भवन विभिन्न सुविधाओं से लैस है जिनमें इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, एलईडी लाइटिंग, वर्षा जल संचयन, फव्वारे के साथ भूनिर्माण, जल शोधन संयंत्र, जलमल शोधन संयंत्र और सौर ऊर्जा संयंत्र शामिल हैं।
पीएमओ ने कहा कि हवाई अड्डे से क्षेत्र में संपर्क सुधार होगा, जिससे पर्यटन, व्यावसायिक गतिविधियों और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा।