नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर कहा कि पुलिस बलों ने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के अलावा, अपराधों और आंतरिक सुरक्षा के प्रति खतरों को विफल करके गौरव गाथा लिखी है।
पुलिस स्मृति दिवस केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के उन 10 कर्मियों की याद में मनाया जाता है जो 1959 में इसी दिन लद्दाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में चीनी सैनिकों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में शहीद हो गए थे।
गृह मंत्री ने कहा कि तत्काल कदम उठाने वालों के रूप में, पुलिस बलों ने अपराधों और आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरों को विफल करके और अनुकरणीय साहस और प्रतिबद्धता के साथ नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करके गौरव गाथा लिखी है।
उन्होंने कहा, “देश की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि।”
गृह मंत्री ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आज़ाद हिंद फ़ौज (आईएनए) के ‘‘वीर योद्धाओं’’ को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज़ाद हिंद फ़ौज की स्थापना दिवस पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आईएनए के बहादुर योद्धाओं को नमन।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आईएनए के माध्यम से क्रांतिकारियों के दिलों में यह दृढ़ विश्वास जगाया कि देशवासी अपनी सेना और सैन्य अभियानों के माध्यम से स्वतंत्रता प्राप्त कर सकते हैं।’’
गृह मंत्री ने कहा कि आज़ादी के आंदोलन के वे सैनिक, जिन्होंने नेताजी के नेतृत्व में 1943 में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर तिरंगा फहराया और भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की, राष्ट्र-प्रथम की भावना के लिए सदैव प्रेरणा बने रहेंगे।