नयी दिल्ली, फॉर्मूला ई ने हैदराबाद में दस फरवरी को होने वाली रेस को लेकर ताजा चिंता जताते हुए कहा है कि तेलंगाना में नयी सरकार से मिली ताजा सूचना के बाद इसका आयोजन मुश्किल लग रहा है ।
देश में पहली इलेक्ट्रिक रेस इस साल फरवरी में हुई और तत्कालीन आई टी मंत्री केटी रामाराव की इसके आयोजन में अहम भूमिका रही । केटीआर की बीआरएस पार्टी हालांकि दिसंबर में चुनाव हार गई और अब वहां कांग्रेस की सरकार है ।
पहली रेस के आयोजन में परिचालन संबंधी दिक्कतों को देखते हुए फॉर्मूला ई ने हैदराबाद को अस्थायी कैलेंडर से हटा दिया है जबकि अक्टूबर में इसे शामिल किया गया था ।
फॉर्मूला ई ने एक बयान में कहा ,‘‘ हाल ही में तेलंगाना की नयी सरकार से मिले आधिकारिक पत्र के बाद फॉर्मूला ई समझौते के तहत अपनी अनुबंध संबंधी प्रतिबद्धताओं के बारे में तत्काल स्पष्टीकरण चाहता है और यह हैदराबाद रेस को कैसे प्रभावित कर सकता है।’’
इसमें कहा गया ,‘‘ पत्र को पढने के बाद फॉर्मूला ई चिंतित है कि यह रेस निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नहीं हो सकेगी ।’’
फॉर्मूला ई अधिकारियों ने इस महीने की शुरूआत में नयी सरकार के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी ।
फॉर्मूला ई और तेलंगाना सरकार तथा ग्रीनको के बीच चार साल का करार हुआ था ।