अनुशासन सुशासन का स्तंभ: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर

चंडीगढ़,  हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पिछले नौ वर्षों में व्यवस्था को बदलने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए सोमवार को कहा कि वह अनुशासन को सुशासन का स्तंभ मानते हैं।

पंचकूला में ‘सुशासन दिवस’ पर एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सुशासन का मूल मंत्र यही है कि लोग आसानी से घर पर ही सरकारी सेवाओं का लाभ प्राप्त कर सकें।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पंडित मदन मोहन मालवीय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, खट्टर ने कहा कि वाजपेयी के नेतृत्व में ही देश ने ‘‘पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक’’ प्रगति देखी।

उन्होंने कहा कि सड़क संपर्क को बढ़ावा देने की पहल वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान शुरू हुई थी, जिसे सुशासन का एक मॉडल माना जाता है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा में सुशासन का सफर ‘‘2014 में शुरू हुआ’’, जिसके परिणामस्वरूप सरकार और इसकी सेवाओं के प्रति लोगों में विश्वास कायम हुआ।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2014 में हरियाणा में पहली बार अपने दम पर सरकार बनाई थी।

उसने कहा कि वाजपेयी ने अपने कार्यकाल के दौरान बुनियादी ढांचे में सुधार पर ध्यान केंद्रित करते हुए देश में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना जैसी परियोजनाएं शुरू की थीं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 से इस विरासत को जारी रखा है, कई पहलों के माध्यम से इसे सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया है और विकसित भारत संकल्प यात्रा शुरू की है, जिसका उद्देश्य सूचना का प्रसार करना और सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाना है।