कोलकाता, 16 अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक अनोखा सुझाव देते हुए उत्तर बंगाल के पर्वतीय इलाकों की तलहटी में ‘मैंग्रोव’ और खसखस के पौधे लगाने को कहा है ताकि नदियों के किनारों पर प्राकृतिक अवरोधक बनाए जा सके और भारी बारिश के दौरान होने वाली तबाही को रोका जा सके।
बनर्जी ने सुंदरबन में गंगासागर का उदाहरण दिया जहां ‘मैंग्रोव’ (नदी मुहानों और समुद्र के किनारों पर पनपने वाली वनस्पति) चक्रवातों और बारिश के खिलाफ दीवार की तरह खड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि तटीय क्षेत्र में पांच करोड़ मैंग्रोव पौधे लगाए गए और इस कदम के अच्छे परिणाम मिले।
उन्होंने बुधवार को एक प्रशासनिक बैठक में कहा, ‘‘हमें प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए सुंदरबन की तरह पर्वतीय क्षेत्रों और तलहटी में प्राकृतिक अवरोधक बनाने की जरूरत है। यहां कंक्रीट काम नहीं करेगा क्योंकि वे बढ़ते पानी और भूस्खलन के कारण छह महीने बाद ढह जाते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस बार-बार होने वाली समस्या का स्थायी समाधान चाहिए।’’
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस टिप्पणी के लिए मुख्यमंत्री पर तुरंत कटाक्ष किया।
अधिकारी 2020 में तृणमूल कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘मैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को उनके ऐतिहासिक और क्रांतिकारी विचार – पहाड़ों में मैंग्रोव – के लिए भूगोल और वनस्पति विज्ञान के अगले नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित करता हूं!!!’’
अधिकारी ने बताया कि ‘मैंग्रोव’ एक विशेष प्रकार के ‘‘खारे जल में पनपने वाली वनस्पति है’’ है जो आमतौर पर समुद्र के पास तटीय क्षेत्रों में खारे और नमकयुक्त पानी में उगती हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंग्रोव वन या ज्वारीय वन प्रकृति की एक अद्वितीय ढाल हैं, जिनकी तटीय सुरक्षा, जैव विविधता के लिए आवास प्रदान करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में अतुलनीय भूमिका है। यह तटीय क्षेत्रों के लिए एक जीवंत रक्षा प्रणाली की तरह है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह अनूठा पारिस्थितिकी तंत्र तटीय क्षेत्रों को घातक लहरों, तूफानों, चक्रवातों और अन्य समुद्री समस्याओं से बचाता है और यह कीचड़ भरी खारी आर्द्रभूमि असंख्य कीड़ों, मछलियों, सरीसृपों, पक्षियों और अन्य जीवों का निवास स्थान है।’’
भाजपा नेता ने व्यंग्यात्मक टिप्पणी में कहा, ‘‘ममता बनर्जी ने विनाशकारी बाढ़ को रोकने के लिए उत्तर बंगाल के पहाड़ों में मैंग्रोव लगाने का फैसला किया है!!! स्थलाकृति उलट सकती है!!!’’
उन्होंने राज्य में सत्ता परिवर्तन का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल के लोग राज्य में बदलाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।’’ राज्य में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
अधिकारी ने कहा, ‘‘उनकी (बनर्जी की) मूर्खता के कारण हमारा राज्य पूरे देश के सामने उपहास का पात्र बन रहा है।’’