
नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर (भाषा) सलामी बल्लेबाज केएल राहुल के नाबाद अर्धशतक की मदद से भारत ने दूसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट मैच के पांचवें दिन मंगलवार को यहां वेस्टइंडीज को सात विकेट से हराकर दो मैच की श्रृंखला में क्लीन स्वीप किया।
भारत ने 121 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पांचवें दिन एक विकेट पर 63 रन से अपनी पारी आगे बढ़ाई। उसे जीत के लिए केवल 58 रन की जरूरत थी। भारत ने आखिर में 35.2 ओवर में तीन विकेट पर 124 रन बनाए। राहुल 58 रन बनाकर नाबाद रहे।
भारत ने सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (175) और कप्तान शुभमन गिल (नाबाद 129) के शतकों की मदद से अपनी पहली पारी पांच विकेट पर 518 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी जिसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 248 रन ही बना पाई थी और उसे फॉलोऑन करना पड़ा था।
वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में जॉन कैम्पबेल (199 गेंदों पर 115 रन) और शाई होप (214 गेंदों पर 103 रन) ने तीसरे विकेट के लिए 177 रन की साझेदारी की जिससे उसकी टीम 390 रन बनाने में सफल रही। इससे मैच पांचवें दिन तक खिंच गया।
भारत ने अहमदाबाद में खेला गया पहला टेस्ट मैच तीन दिन के अंदर पारी और 140 रन से जीता था।
भारत की घरेलू धरती पर श्रेष्ठता की पुष्टि करने के अलावा यह जीत भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में शुभमन गिल की श्रृंखला में पहली जीत के रूप में भी दर्ज की जाएगी।
राहुल ने छह चौके और दो छक्के लगाए तथा साई सुदर्शन (39) के साथ दूसरे विकेट के लिए 79 रन जोड़े। गिल ने 13 रन बनाए जबकि ध्रुव जुरेल छह रन बनाकर नाबाद रहे।
गिल ने पुरस्कार वितरण समारोह में मुस्कुराते हुए कहा, ‘‘मैं इस टीम का प्रबंधन करने का आदी हो रहा हूं। कभी-कभी आपको साहसिक निर्णय लेने पड़ते हैं।’’
बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को मैच में आठ विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, जिसमें पहली पारी में लिए गए पांच विकेट भी शामिल हैं। ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया।
वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों ने इस मैच में अपना जज्बा दिखाया लेकिन इसके बावजूद रोस्टन चेज, क्रैग ब्रैथवेट के बाद, कप्तान के रूप में अपने पहले पांच टेस्ट मैच हारने वाले वेस्टइंडीज के दूसरे कप्तान बन गए।
चेज़ ने पुरस्कार वितरण समारोह में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमारे खिलाड़ी कैरेबियाई देशों के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से हैं। इसलिए हमें इस आखिरी टेस्ट मैच को एक मानदंड के रूप में उपयोग करना होगा। हमें यहां से जितना संभव हो सके उतना सुधार करना होगा।’’
दो टेस्ट मैचों में भारतीय गेंदबाजों ने विपक्षी टीम के सभी 40 विकेट चटकाए, जिसमें तेज गेंदबाजों ने प्रतिकूल पिचों पर सराहनीय योगदान दिया तथा कोटला में जब परिस्थितियां अनुकूल नहीं थीं, तब स्पिनरों ने धैर्य दिखाया।
भारतीय बल्लेबाजों की ओर से दो मैचों में पांच शतक बनाए गए। वेस्टइंडीज के पास हालांकि कमजोर आक्रमण था। इसे देखते हुए भारतीय बल्लेबाजों की असली परीक्षा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली आगामी टेस्ट श्रृंखला में होगी।
भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ जीत से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की तालिका में महत्वपूर्ण अंक भी हासिल किए।