इजराइली बंधकों की रिहाई पर बोले प्रधानमंत्री मोदी : हम ट्रंप के शांति प्रयासों का समर्थन करते हैं

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नयी दिल्ली, 13 अक्टूबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को गाजा पट्टी में इजराइल के सभी 20 बंधकों की रिहाई का स्वागत किया और कहा कि भारत क्षेत्र में शांति लाने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के “ईमानदार प्रयासों” का समर्थन करता है।

मोदी की यह टिप्पणी राष्ट्रपति ट्रंप और कई अन्य वैश्विक नेताओं द्वारा मिस्र के लाल सागर रिसॉर्ट शहर शर्म अल-शेख में ‘शांति सम्मेलन’ में भाग लेने से कुछ घंटे पहले आई है।

विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी का प्रतिनिधित्व किया।

विदेश मंत्रालय ने “बातचीत द्वारा दो राष्ट्र संबंधी समाधान” के प्रति भारत के दीर्घकालिक समर्थन को दोहराया तथा कहा कि वह क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए सभी प्रयासों का समर्थन करेगा।

ट्रंप की गाजा शांति योजना के पहले चरण के तहत हमास ने दो साल से अधिक समय पहले बंधक बनाए गए इजराइली बंधकों को सोमवार को रिहा कर दिया।

मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “हम दो साल से अधिक समय तक बंधक बनाकर रखे गए सभी बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हैं।”

उन्होंने लिखा, “उनकी रिहाई उनके परिवारों के साहस, राष्ट्रपति ट्रंप के अथक शांति प्रयासों और प्रधानमंत्री नेतन्याहू के मजबूत संकल्प के प्रति सम्मान है।”

मोदी ने कहा, “हम क्षेत्र में शांति लाने के राष्ट्रपति ट्रंप के ईमानदार प्रयासों का समर्थन करते हैं।”

शर्म अल-शेख रवाना होने से पहले ट्रंप ने इजराइली संसद को संबोधित किया। इस सम्मेलन की मेजबानी ट्रंप और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने संयुक्त रूप से की है।

विदेश मंत्रालय ने देर रात जारी बयान में कहा, “भारत पश्चिम एशिया में शांति तथा वार्ता एवं कूटनीति के माध्यम से मुद्दों के समाधान का पक्षधर है।”

इसने कहा, “हम राष्ट्रपति ट्रंप की गाजा शांति योजना का समर्थन करते हैं तथा शांति के मार्ग को आगे बढ़ाने में मिस्र और कतर की बहुमूल्य भूमिका की सराहना करते हैं।”

विदेश मंत्रालय ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के प्रयासों को मजबूत करना है, जो क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए ट्रंप के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

इसमें कहा गया है, “यह बातचीत के जरिए दो राष्ट्रों के समाधान के लिए भारत के दीर्घकालिक समर्थन के अनुरूप भी है। भारत क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए सभी प्रयासों का समर्थन करेगा।”

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