वलसाड (गुजरात), 13 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा कि भारतीय रेलवे पांच दशक से अधिक समय तक उपेक्षित रही, लेकिन अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के दौरान इसमें आमूलचूल परिवर्तन हो रहा है।
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के 41वें स्थापना दिवस के अवसर पर गुजरात के वलसाड में एक सभा को संबोधित करते हुए रेल मंत्री ने यह घोषणा भी की कि आरपीएफ कर्मियों की भर्ती अब हर साल की जाएगी। इससे पहले हर चार से पांच वर्षों में आरपीएफ कर्मियों की भर्ती होती थी।
वैष्णव ने अपने संबोधन में कहा, “50-60 वर्षों तक देश में रेलवे उपेक्षित रहा। आज रेलवे आमूलचूल परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। पिछले 11 वर्षों में लगभग 35,000 किलोमीटर पटरियां बिछाई गई हैं। यह रेलवे के इतिहास में अभूतपूर्व है। परिणामस्वरूप, आज अधिक ट्रेन चल रही हैं।”
उन्होंने बताया कि वर्तमान में 1,300 स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है। इनमें से 110 स्टेशन का कार्य पूरा होने के बाद उद्घाटन किया जा चुका है, जबकि शेष स्टेशन पर कार्य प्रगति पर है।
मंत्री ने कहा, “लगभग 60,000 किलोमीटर पटरियों का विद्युतीकरण किया जा चुका है। जब दुनिया भर के लोग रेलवे की इन विशाल उपलब्धियों को देखते हैं, तो वे चकित रह जाते हैं, क्योंकि समृद्ध देश भी इतने कम समय में इतना विद्युतीकरण हासिल नहीं कर पाए हैं।”
आरपीएफ के आधुनिकीकरण पर वैष्णव ने कहा कि आरपीएफ महानिदेशक के हालिया अनुरोध के अनुसार सभी अधिकारियों और फील्ड कर्मचारियों को जल्द ही वीएचएफ (वेरी हाई फ्रीक्वेंसी) वॉकी-टॉकी सेट मिलेंगे।
मंत्री ने कहा, “कुछ दिन पहले ही, आरपीएफ महानिदेशक ने अनुरोध किया था कि बल के सभी अधिकारियों और फील्ड कर्मियों के पास वीएचएफ सेट होने चाहिए। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष जल्द ही इसे मंजूरी दे देंगे, और मंजूरी मिलने के बाद, आप जितने चाहें उतने वीएचएफ सेट खरीद सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि पिछले साल आरपीएफ में 452 उप-निरीक्षकों की भर्ती की गई थी और अब 4,208 कांस्टेबल की भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
उन्होंने कहा, “हम सभी चिंतित थे कि अगर भर्ती हर चार या पांच साल में केवल एक बार होती है, तो इससे रेलवे में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए समस्याएं पैदा होंगी। इसलिए, हमने यह निर्णय लिया है, ताकि हर साल कांस्टेबल का एक नया बैच रेलवे में शामिल हो सके।”
उन्होंने कहा, “अब हर साल कांस्टेबल, उप-निरीक्षक और निरीक्षक की भर्ती की जाएगी। हर साल एक नए बैच को शामिल करने से सुरक्षा बल को उचित कैडर प्रबंधन की दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।”