विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की बैठक से पहले केजरीवाल की स्टालिन से मुलाकात

नयी दिल्ली,  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की बैठक से पहले मंगलवार को यहां तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन से मुलाकात की।

केजरीवाल ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मुलाकात की थी।

विपक्षी गठबंधन की आज राष्ट्रीय राजधानी में अशोक होटल में हुयी बैठक में हालिया विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद 2024 के लोकसभा चुनावों में संयुक्त अभियान, सीट बंटवारे और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुकाबला करने की रणनीति को फिर से तैयार करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा।

केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर लिखा,’आज मुझे दिल्ली में एम. के. स्टालिन से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। हमने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ द्वारा सहयोग की आवश्यकता पर बल देते हुए देश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर अपनी चिंता व्यक्त की।’

केजरीवाल की स्टालिन से मुलाकात के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को मजबूत करना है।

उन्होंने कहा, ‘बैठक में मुख्य रूप से बेरोजगारी और महंगाई का समाधान निकालने पर चर्चा की गई। हम सबको एक साथ आना होगा। देश के लोग विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की ओर आशा भरी नजरों से देख रहे हैं। यह हमारे ऊपर है कि हम लोगों की आशाओं और इच्छाओं का सम्मान करने के लिए एक इकाई के रूप में एकजुट हों।’

चड्ढा ने कहा कि स्टालिन का केजरीवाल बहुत सम्मान करते हैं और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देश में ‘सबसे पसंदीदा’ नेता हैं।

उन्होंने कहा, “दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच एक सामान्य बात यह है कि वे अपने-अपने राज्यों के लोगों और अपनी जमीन से जुड़े हुए हैं। मुझे लगता है कि दोनों के बीच बहुत प्यार और सम्मान है।”

संसद से 141 सांसदों के निलंबन पर आप सांसद ने कहा कि यह देश के लोकतंत्र में ‘सबसे काले दिनों’ में से एक है।

उन्होंने कहा, “मैं यह कहने में बिल्कुल संकोच नहीं करूंगा कि केवल कुछ सांसदों को ही निलंबित किया गया है बल्कि लोकतंत्र को भी निलंबित किया गया है। यह हर भारतीय के लिए चिंता का विषय है। निर्वाचित प्रतिनिधियों के बिना संसद कैसी हो सकती है? हर दिन भाजपा सरकार हमारे लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर वार कर रही है।”

केजरीवाल से जब 21 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होने के लिए, एजेंसी का समन मिलने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उनकी कानूनी टीम नोटिस का जवाब देगी।

उन्होंने कहा, “हर कोई जानता था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज विपश्यना के लिए रवाना होंगे और यह पूर्व निर्धारित था। कानूनी टीम इसका जवाब देगी।”

ईडी ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री को आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए पेश होने के वास्ते नया समन जारी किया।

केजरीवाल मंगलवार से 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान कार्यक्रम में भाग लेने के लिए एक अज्ञात स्थान पर जाने वाले हैं।