बैंकॉक, बैंक ऑफ जापान (बीओजे) ने अपनी ऋण नीति को मंगलवार को अपरिवर्तित रखा और कहा कि वह अपनी नकारात्मक ब्याज दर बढ़ाने से पहले कीमत तथा वेतन रुझानों पर नजर रखेगा।
बीओजे से इसी फैसले की उम्मीद की जा रही थी। हालांकि निवेशकों और विश्लेषकों का मानना है कि केंद्रीय बैंक मूल्य वृद्धि के कारण बदलाव की ओर कदम बढ़ा रहा है, जिससे मुद्रास्फीति अपने दो प्रतिशत के लक्ष्य से ऊपर बनी है।
बीओजे के मंगलवार के फैसले के बाद जापानी येन के मुकाबले अमेरिकी डॉलर में तेजी आई और शेयरों की कीमतें बढ़ गईं।
नकारात्मक 0.1 प्रतिशत की नीतिगत दर का उद्देश्य बैंकों को अधिक ऋण देने और व्यवसायों तथा उपभोक्ताओं को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए अधिक उधार लेने के लिए प्रोत्साहित करना है।
जापान में मुद्रास्फीति बढ़ी है लेकिन अमेरिका की तुलना में बहुत धीमी गति से …साथ ही अमेरिकी डॉलर, जापानी येन के मुकाबले चढ़ा है। इससे येन की क्रय शक्ति कम हो गई है, जिससे ऊर्जा तथा अन्य वस्तुओं की लागत बढ़ गई है। अमेरिकी डॉलर के जापानी येन के मुकाबले चढ़ने की वजह मुद्रास्फीति का मुकाबला करने के लिए दरें बढ़ाना है।
बीओजे के गवर्नर काज़ुओ उएदा दरें बढ़ाने को लेकर सतर्क हैं। उनका कहना है कि वेतन वृद्धि बढ़ती कीमतों से पीछे रह गई है और मुद्रास्फीति का तय लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता है।
केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि आवास निवेश कमजोर बना हुआ है और सरकारी खर्च सपाट है।
बीओजे ने बयान में कहा, ‘‘ देश और विदेश में अर्थव्यवस्थाओं तथा वित्तीय बाजारों को लेकर अत्यधिक अनिश्चितताओं के बावजूद बैंक धैर्यपूर्वक मौद्रिक सहजता जारी रखेगा।’’
केंद्रीय बैंक अपनी रणनीति की समीक्षा कर रहा है, लेकिन ‘‘मात्रात्मक सहजता’’ के अपने मौजूदा रुख को ‘‘छोड़ने की जल्दबाजी नहीं करेगा।’’