
प्रकृति ने हमें जिन उपहारों से विभूषित किया है, उनमें आंखें सर्वश्रेष्ठ हैं। सुन्दर आंखें प्रकृति और मनुष्य के सौन्दर्य को निखारने में सहायक होती हैं। आंखों का महत्त्व सबके लिए एक समान है चाहे आप गोरे हैं या काले। प्रकृति की इस अमूल्य धरोहर को स्वस्थ और तरोताजा बनाए रखने के लिए विशेष कुछ नहीं करना पड़ता। बस थोड़ी सी सावधानी बरतनी पड़ती है।
डॉक्टरों का कहना है कि विटामिन ’ए‘ आंखों के लिए बहुत आवश्यक तत्व है। इसके लगातार सेवन से आंखों की ज्योति बढ़ती है, साथ ही ये रोगग्रस्त भी नहीं होती। यह विटामिन प्रकृति में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। गाजर और टमाटर इसके मुख्य स्रोत हैं। शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन ’ए‘ मिलते रहने के लिए गाजर, आम, टमाटर, दूध, मक्खन, पपीता, हरी सब्जियां और मछली आवश्यक मात्रा में लेते रहने चाहिए।
आंखों को स्वस्थ व निरोग बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में ठंडा पानी पीना चाहिए। ठंडे पानी से नेत्रा-ज्योति बढ़ती है व अधिक जल शरीर के विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होता है। सुबह सोकर उठने पर ठंडे पानी से आंखों को धोना ज्यादा लाभदायक होता है।
सुबह सूर्योदय से पहले उठना और खाली पैर घास पर चलना आंखों के लिए अमृत तुल्य होता है। ऐसा करने से आंखों की ज्योति तो बढ़ती है, कभी-कभी नजर का चश्मा भी उतर जाता है। साथ ही सौंफ के सेवन से भी फायदा होता है।
आंखों में कभी-कभी कूड़ा वगैरह गिर जाता है। ऐसी परिस्थितियों में अक्सर लोग उंगलियों से आंखों को मसलते हैं, जो बहुत हानिकारक साबित हो सकता है। यदि आपकी आंखों में कुछ गिर जाता है तो तुरंत दूसरी आंख जिस पर कूड़ा नहीं गिरा हो, को मसलें। इससे आंखों का कूड़ा बाहर आ जाता है इसके पश्चात ठंडे पानी से धो लें।
अक्सर गर्मी के दिनों में धूल भरी गर्म हवाएं चलती हैं। इन हवाओं से बचना चाहिए। आंखों पर धूप का चश्मा लगाना न भूलें। धूप से लौटने के तुरन्त बाद ठंडा पानी शरीर पर न डालें। कुछ देर विश्राम करने के पश्चात ही ऐसा करें।
कुछ लोग खाने के तुरन्त बाद पढ़ने बैठ जाते हैं जो गलत है। खाने के बाद कुछ देर विश्राम करने के पश्चात ही पढ़ना चाहिए। यदि आप यात्रा कर रहे हों तो चलती ट्रेन या बस में न पढ़ें। लगातार बहुत देर तक पढ़ते रहने से आंखें थक जाती हैं इसलिए कुछ पल आंखों को बंद करके लेट जाना चाहिए। इससे थकावट दूर हो जाती है।
यदि आपकी आंखों के नीचे काले धब्बे पड़ गए हैं तो उस पर खीरे के टुकड़े को मलें। ऐसा करने पर कुछ दिनों में धब्बे साफ हो जाते हैं। टेलीविजन में 24 घंटों प्रोग्राम आने के कारण बहुत से लोग लगातार टीवी देखते हैं जिससे उनकी आंखों में भारीपन आ जाता है। इससे आंखों के नीचे काले दाग धब्बे पड़ने लगते हैं, इससे सिर दर्द तो आम बात हो गया है अतः टेलीविजन यथासंभव कम देखें। कुछ समय ही देखें और पर्याप्त दूरी रखते हुए देखें।
यदि आपकी आंखों में तकलीफ हो तो तुरन्त नेत्र चिकित्सक से सम्पर्क करें। चिकित्सक की सलाह के बिना कोई दवा आंखों में न डालें।
सबसे जरूरी बात है कि आप हमेशा प्रसन्नचित्त रहें। तभी आपकी आंखें स्वस्थ और चमक वाली होगी क्योंकि जब तक आंखों का भीतरी सौन्दर्य अच्छा नहीं होगा, तब तक आंखों की बाह्य सुंदरता आकर्षक नहीं होगी।