निलंबित सांसदों ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया

नयी दिल्ली,  शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए विपक्षी सांसदों ने शुक्रवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया।

इन सांसदों ने हाथों में तख्तियां लेकर संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष और संसद भवन के मकर द्वार के निकट धरना दिया।

कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी भी निलंबित सांसदों के प्रदर्शन में शामिल हुईं।

मौजूदा सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित राज्यसभा सदस्य और तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओब्रायन भी प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होंने टी-शर्ट पहन रखी थी जिस पर ‘साइलेंट प्रोटेस्ट’ (मौन प्रदर्शन) लिखा हुआ था।

इस सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित लोकसभा सदस्य और कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने कहा, ‘‘हमारी मांग रही है कि गृह मंत्री अमित शाह को सदन में बयान देना चाहिए। वह सदन में नहीं आ रहे हैं। उन्हें वक्तव्य देना चाहिए। वह ऐसा नहीं कर रहे हैं क्योंकि वह संसद में आने से डरे हुए हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम लोकतांत्रिक प्रक्रिया और न्याय के लिए प्रदर्शन जारी रखेंगे।’’

संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर हंगामे के दौरान ‘अशोभनीय आचरण’ तथा ‘आसन की अवमानना करने’ को लेकर विपक्षी दलों के कुल 14 सदस्यों को मौजूदा संसद सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया।

निलंबित किए गए सांसदों में लोकसभा के 13 सदस्य शामिल हैं। राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओब्रायन को निलंबित किया गया है।

लोकसभा में कांग्रेस के वीके श्रीकंदन, बेनी बेहनन, मोहम्मद जावेद, मणिकम टैगोर, टी एन प्रतापन, हिबी इडेन, जोतिमणि, रम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस, द्रमुक की कनिमोई, माकपा के एस वेंकटेशन और पी आर नटराजन तथा भाकपा के के. सु्ब्बारायन का निलंबन हुआ है।