नयी दिल्ली, आठ अक्टूबर (भाषा) पूर्व कप्तान डेरेन सैमी ने कहा कि वेस्टइंडीज में टेस्ट क्रिकेट का पतन व्यवस्था का ‘कैंसर’ है जिसकी शुरूआत काफी पहले हो गई थी ।
दो बार के टी20 विश्व कप विजेता कप्तान का मानना है कि प्रदर्शन के दम पर अगली पीढी के लिये छोटे प्रारूप के कई रोल मॉडल है और संसाधन उपलब्ध होने पर ही वे खेल सकते हैं ।
यह पूछने पर कि वेस्टइंडीज में टेस्ट क्रिकेट में क्या दिक्कत है और उन्हें इसे लेकर कैसा महसूस होता है , सैमी ने कहा ,‘‘ आखिरी बार हमने यहां टेस्ट श्रृंखला 1983 में जीती थी जब मैं पैदा हुआ था ।’’
वेस्टइंडीज ने पिछले 42 साल में भारत में टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती है ।
सैमी ने कहा ,‘‘ मुझे पता है कि मुझ पर नजरें होंगी । हम आलोचना से कतराते नहीं हैं लेकिन समस्या की जड़ दो साल पुरानी नहीं है । यह बहुत पहले शुरू हो गया था ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘यह कैंसर की तरह है जो व्यवस्था में पहले से था । अगर आपको कैंसर नहीं होता, तो आपको पता है कि क्या होता है। यह स्तन कैंसर जागरूकता का महीना है। तो इसे कहने का यह एक अच्छा तरीका है। कि हमारी समस्यायें सतह पर नहीं हैं। ये हमारी व्यवस्था में गहराई से जड़ें जमा चुकी है ।’’
वेस्टइंडीज को भारत ने पहले टेस्ट में एक पारी और 140 रन से हराया ।
सैमी ने खेद जताया कि जब वेस्टइंडीज दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम थी तब उस तरह से इसका व्यावसायिक फायदा नहीं उठा सकी जो भारत ने शीर्ष टीम बनने के बाद उठाया ।
उन्होंने कहा ,‘‘हम पाँच टेस्ट मैच खेल रहे हैं, चार महीने एक ही जगह पर। दुनिया का मनोरंजन कर रहे हैं जहां दूसरे बोर्ड को फायदा हुआ है। पिछले कुछ वर्षों में, चाहे वह प्रबंधन की कमी हो, विरोध हो, या जो भी हो, हमें आगे बढ़ने और आगे बढ़ने में मदद के लिए वित्तीय संसाधनों की ज़रूरत है।’’