जयपुर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पहली बार के विधायक भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को यहां राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्यपाल कलराज मिश्र ने उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।
यहां ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल के सामने आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल मिश्र ने दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को मंत्री पद की शपथ दिलाई। कुमारी और बैरवा को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े शर्मा को 12 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक में विधायक दल का नेता चुना गया था। शर्मा (57) का आज जन्मदिन है। मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों ने हिन्दी में शपथ ली।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह तथा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद थे। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा वसुंधरा राजे भी समारोह में शामिल हुए।
समारोह के लिए राजधानी के मुख्य मार्गों और प्रवेश मार्गों को सजाया गया। इनमें भाजपा के झंडे और केंद्र सरकार की तमाम कल्याणकारी योजनाओं वाले पोस्टर और बैनर लगाए गए।
समारोह के लिए तीन मंच बनाए गए थे मुख्य मंच पर राज्यपाल कलराज मिश्र, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भजनलाल शर्मा, विधायक प्रेमचंद बैरवा व दीया कुमारी बैठे। एक पर विभिन्न मंत्री व मुख्यमंत्री बैठे थे,वहीं एक मंच पर साधु समाज के लोग बैठे।
शपथ ग्रहण के दौरान समर्थकों ने ‘जय श्री राम’ और ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए। समारोह में राज्यभर से पार्टी विधायक, नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी। शपथ ग्रहण समारोह से कुछ समय पहले रामनिवास बाग में एक प्रवेश केंद्र पर कुछ देर के लिए अराजक स्थिति पैदा हुई जब कुछ लोगों ने जबरदस्ती कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने की कोशिश की। पुलिस वाले उन्हें रोक पाते, इससे पहले कुछ लोग अवरोधक पार कर गए। हालांकि थोड़ी ही देर में पुलिस ने हालात काबू में कर लिए।
भजनलाल भाजपा के प्रदेश महासचिव हैं, उनके पास राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री है। शर्मा ने जयपुर की सांगानेर सीट 48,081 वोटों के अंतर से जीती है। वह भरतपुर जिले के रहने वाले हैं। रोचक बात यह है कि विधायक दल के नेता के रूप में शर्मा के नाम का प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने किया जिन्हें खुद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल माना जा रहा था। इस तरह से शर्मा भाजपा की ओर से उन तीन विधायकों की कतार में शामिल हो गए हैं जिन्हें पार्टी ने तमाम दिग्गजों को दरकिनार कर मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी है।
पार्टी इससे पहले छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय तथा मध्य प्रदेश में मोहन यादव को भी इसी तरह इस पद के लिए चुन चुकी है।
राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में सात नवंबर से 30 नवंबर के बीच चुनाव हुए थे।
शपथ ग्रहण समारोह से पहले शर्मा ने सुबह यहां गोविंद देवजी मंदिर में दर्शन किये और टोंक रोड पर पिंजरापोल गौशाला में गायों को चारा खिलाया। उन्होंने अपने माता-पिता का आशीर्वाद भी लिया।