नयी दिल्ली, विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों ने शुक्रवार को एक बार फिर कहा कि संसद की सुरक्षा में चूक के विषय पर गृह मंत्री अमित शाह को सदन में वक्तव्य देना चाहिए और इस मामले पर चर्चा कराई जानी चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में विपक्षी दलों की बैठक में संसद की सुरक्षा में चूक और दोनों सदनों से 14 विपक्षी सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर चर्चा की गई।
विपक्षी दलों की बैठक में कांग्रेस के खरगे और जयराम रमेश, द्रमुक के टी आर बालू, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय और डेरेक ओब्रायन, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा और कई अन्य विपक्षी सांसद शामिल हुए।
बैठक के बाद खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘संसद और सांसदों की सुरक्षा पर जो भारी चूक हुई है उस पर विपक्ष के सांसदों को ग़ैरक़ानूनी ढंग से निलंबित करना किस तरह का न्याय है? ’’
उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह की एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में की गई टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा, ‘‘देश के गृह मंत्री, टीवी पर साक्षात्कार दे सकते हैं पर संसद के पटल पर बयान नहीं दे सकते।’’
खरगे ने कहा कि ‘इंडिया’ के घटक दलों की मांग है कि अमित शाह संसद में वक्तव्य दें और फिर दोनों सदनों में इस मुद्दे पर चर्चा हो।
उनका कहना था, ‘‘राष्ट्रीय सुरक्षा के इस गंभीर विषय पर आवाज़ उठाना हमारा कर्तव्य है, संसदीय धर्म है।’’
संसद की सुरक्षा में चूक के विषय पर बृहस्पतिवार को दोनों सदनों में विपक्षी दलों के सदस्यों ने भारी हंगामा किया था। इसके बाद ‘अशोभनीय आचारण’ तथा ‘आसन की अवमानना’ को लेकर दोनों सदनों के 14 सदस्यों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। इनमें लोकसभा के 13 और राज्यसभा के एक सदस्य हैं।