दोहा, सात अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को यहां कहा कि वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते पर जारी वार्ता को गति देने के लिए यूरोपीय आयोग के महानिदेशक (व्यापार) सबाइन वेयंड से मिलने के लिए इस सप्ताह ब्रसेल्स जाएंगे।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने कहा कि ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ और भारत के बीच काफी अच्छी चर्चा जारी है।
उन्होंने कहा कि भारत एक-दूसरे की संवेदनशीलता को समझते हुए मिलकर काम करने की उम्मीद करता है ताकि दोनों पक्ष एक न्यायसंगत, निष्पक्ष एवं संतुलित मुक्त व्यापार समझौता कर सकें।
मंत्री दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर यहां हैं। वह भारत और कतर के बीच व्यापार एवं निवेश संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।
गोयल ने कहा, ‘‘ इस दौर की बातचीत पूरी होने के बाद, वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल इस सप्ताह के अंत तक महानिदेशक सबाइन वेयंड से मिलने ब्रसेल्स जाएंगे। उसके बाद, हम आगे के कदमों पर विचार करेंगे।’’
वार्ता समाप्त करने की दिसंबर की समय-सीमा के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि दोनों पक्ष, नेताओं की अपेक्षाओं को पूरा करने और वर्ष के अंत से पहले वार्ता पूरी करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि भारत की युवा, प्रतिभाशाली और कुशल आबादी यूरोपीय संघ के लिए एक बड़ा संसाधन है।
मंत्री ने कहा, ‘‘ यूरोपीय संघ का नवाचार एवं प्रौद्योगिकी आधार भारतीय व्यवसायों के लिए अपार संभावनाएं रखता है। यूरोपीय संघ और भारतीय कंपनियां मिलकर एक-दूसरे की क्षमताओं का लाभ उठा सकती हैं ताकि हम मिलकर दुनिया की सेवा कर सकें।’’
वाणिज्य मंत्रालय में विशेष सचिव एल. सत्य श्रीनिवास के नेतृत्व में भारतीय दल 14वें दौर की वार्ता के लिए ब्रसेल्स में है। पांच दिवसीय वार्ता छह अक्टूबर को शुरू हुई थी।
गोयल के 27-28 अक्टूबर को ब्रसेल्स जाने की भी उम्मीद है।
इस समझौते का उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना है। दोनों पक्षों ने दिसंबर तक वार्ता पूरी करने का लक्ष्य रखा है।
वित्त वर्ष 2024-25 में यूरोपीय संघ के साथ भारत का द्विपक्षीय वस्तु व्यापार 136.53 अरब डॉलर (75.85 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात और 60.68 अरब अमेरिकी डॉलर का आयात) था जिससे यह वस्तुओं का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया।
यूरोपीय संघ का बाजार भारत के कुल निर्यात का करीब 17 प्रतिशत है। यूरोपीय संघ का भारत को निर्यात उसके कुल विदेशी निर्यात का नौ प्रतिशत है।