नयी दिल्ली, सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लि. का पूंजीगत व्यय चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में 7.6 प्रतिशत बढ़कर 10,492 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि एक साल पहले इसी अवधि में कोल इंडिया का पूंजीगत व्यय 9,751 करोड़ रुपये था।
कोल इंडिया ने बयान में कहा, ‘‘कंपनी का पूंजीगत व्यय चालू वित्त वर्ष में पहले आठ महीने (अप्रैल-नवंबर) के दौरान 741 करोड़ रुपये बढ़कर 10,492 करोड़ रुपये रहा।’’
देश में उत्पादित कुल कोयले में कोल इंडिया की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत से अधिक है।
कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम दिसंबर में समाप्त होने वाली तीसरी तिमाही तक चालू वित्त वर्ष के कुल लक्षित पूंजीगत व्यय 16,500 करोड़ रुपये का लगभग 80 प्रतिशत हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं।’’ कोल इंडिया अपने खनन क्षेत्रों में कोयला निकालने से संबद्ध बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर ध्यान दे रही है। इस क्षेत्र में चालू वित्त वर्ष में नवंबर तक पूंजीगत व्यय बढ़कर 3,247 करोड़ रुपये हो गया, जो पूरे पूंजीगत व्यय का 31 प्रतिशत है।
इससे पहले, कोल इंडिया ने कहा था कि उसकी चालू वित्त वर्ष में 16,600 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय का प्रस्ताव है।