पाएं एसिडिटी से छुटकारा

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एसिडिटी यानी खट्टी डकारें, पेट में  जलन, उल्टी का मन, पेट दर्द, छाती में जलन आदि का होना। एसिडिटी एक आम समस्या है। यह किसी को  भी अपनी चपेट में ले सकती है। क्योंकि एसिडिटी का होना सीधा हमारे खान पान पर निर्भर करता है जब भी पेट में गैस्ट्रिक ग्लैंडस में एसिड का स्राव सामान्य से अधिक होता है तो एसिडिटी की समस्या का सामना करना पड़ता है।
क्यों होती है एसिडिटी
जब भी हम भूख से अधिक खाते हैं। नियमित व्यायाम नहीं करते, धूम्रपान और अल्कोहल का सेवन अधिक करते हैं। अनियमित खान पान, अधिक तले खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं चाय-काॅफी का सेवन भी अधिक करते हैं तो इन सब खाद्य और पेय पदार्थों को हमारा पेट स्वीकार नहीं कर पाता तो उसका परिणाम पेट में एसिड का अधिक जमा होना हो जाता है।
बचना है तो रखें कुछ बातों का ध्यान
– खाना खाने के तुरंत बाद बिस्तर पर न जाएं।
– मेन खाने के तीन कोर्स बहुत ठूंस कर न लें। उसे दिन में चार  से  पांच बार कर खाएं।
– खाने में तीखे मसालों का प्रयोग न करें।
– खाना नियमित  समय पर खूब चबा चबा कर खाएं।
– खाने के साथ और तुरंत बाद पानी का सेवन न करें। पानी एक ही बार में इकट्ठा न पिएं. दिन भर थोड़ा थोड़ा पानी पीते रहें।
– अपने वजन पर कंट्रोल रखें।
– अपने सारे दिन के खाने में 10 प्रतिशत दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थ ही लें। रेशेदार भोजन की मात्रा 35 प्रतिशत रखें। उनमें दलिया, सलाद, होलग्रेन ब्रेड, साबुत दालें, अंकुरित दालें, ओट्स और ओट्स ब्रान आटे में मिलाकर उसकी चपाती आदि का सेवन करें। 40 प्रतिशत ताजे फल और सब्जियों का सेवन नियमित करें और 15 प्रतिशत मात्रा ही तेल, अंडे, और मांसाहारी चीज़ों की लें।
– रात्रि में दालों का सेवन कम करें।
– हर्बल चाय का सेवन करें।
– नारियल पानी का नियमित सेवन करें।
– सब्जी बनाते समय कुछ मसालों का प्रयोग करें जैसे अदरक, लहसुन, प्याज, काली मिर्च, लाल मिर्च का पाउडर ,हल्दी, सौंफ, पिसी मेथी दाना का उपयोग अवश्य करें।
– टमाटर, अचार, खट्टे फल, टमाटर, तीखी चटनी, तेल पापड़, काॅफी, चाय, चाॅकलेट का सेवन कम से कम करें।
 – शराब, धूम्रपान का सेवन भी कम से कम करें।
– रात्रि के खाने के बाद हल्का टहलें। एक दम बिस्तर पर न जाएं। रात्रि में हल्के भोजन का सेवन करें। 

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