दुबई, जलवायु संकट में कृषि की भूमिका से जुड़े मामलों से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता के इतर शुक्रवार को नौ अरब अमरीकी डॉलर की अतिरिक्त धनराशि की घोषणा की गई।
जलवायु के लिए कृषि नवोन्मेष मिशन (एआईएम) अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के नेतृत्व वाली एक संयुक्त पहल है। इसकी शुरुआत दो साल पहले ग्लासगो में जलवायु वार्ता के दौरान हुई थी। इस पहल के तहत कृषि एवं खाद्य प्रणालियों के नवोन्मेष में निवेश के लिए अब 17 अरब डॉलर की राशि उपलब्ध है। खाद्य प्रणालियां – भोजन बनाने, उसे लाने-ले जाने और उसके निपटान में शामिल सभी प्रक्रियाएं – लगभग एक तिहाई ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार हैं।
दुनिया भर के देश औद्योगिक क्रांति से पूर्व (1850-1900) की तुलना में वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के लिए कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने पर चर्चा के लिए वार्षिक सम्मेलन में एकत्र हुए। इस बात पर अब भी बातचीत चल रही है कि देश जीवाश्म ईंधन के उपयोग में कटौती के लिए किस हद तक सहमत हो सकते हैं।
इस वर्ष के शिखर सम्मेलन सीओपी28 में कृषि पर जोर दिया गया है। यूएई की जलवायु और पर्यावरण मंत्री मरियम अल्महेरी ने शुक्रवार को दुबई में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अगर हम अपने भोजन और कृषि क्षेत्र में खामियों को ठीक नहीं करते हैं तो हम 1.5 डिग्री सेल्सियस के लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएंगे।’’
कॉर्नेल विश्वविद्यालय में खाद्य प्रणालियों और वैश्विक परिवर्तन के प्रोफेसर मारियो हेरेरो ने कहा कि शुक्रवार को जिस निधि की घोषणा की गई है, वह पर्याप्त धनराशि है और यह एक अच्छी शुरुआत के लिए विभिन्न दृष्टिकोणों का समर्थन करेगी।