सेंट जोंस (एंटीगा) तीन अक्टूबर (भाषा) क्रिकेट वेस्टइंडीज (सीडब्ल्यूआई) की विशेष समिति ने लगातार निराशाजनक परिणामों के बाद कैरेबियाई द्वीपों में खेल की व्यवस्था में सुधार के लिए ‘तत्काल और दीर्घकालिक’ सुधार उपायों की एक श्रृंखला की घोषणा की है।
सीडब्ल्यूआई की क्रिकेट रणनीति और अंपायरिंग समिति में ब्रायन लारा और क्लाइव लॉयड जैसे पूर्व दिग्गज शामिल हैं। इस समिति ने खेल के समग्र विकास के लिए प्रमुख क्षेत्रों की पहचान की है।
समिति ने वेस्टइंडीज क्रिकेट की स्थिति को प्रभावित करने वाली 10 गंभीर चुनौतियों पर प्रकाश डाला, जिनमें क्षेत्रीय टूर्नामेंटों की घटती गुणवत्ता, तकनीकी, रणनीतिक और मानसिक कौशल की कमियां, खराब प्रदर्शन करने वाली फ्रेंचाइजी प्रणाली, बुनियादी ढांचे और सुविधाओं में कमी, विशेषज्ञ कोचिंग सहायता का अभाव, आईसीसी राजस्व में सीमित हिस्सेदारी और अन्य वित्तीय बाधा, खिलाड़ियों के विकास के कम मौके और फिटनेस से जुड़ी समस्याएं शामिल है।
इस समिति का गठन इस साल की शुरुआत में किंग्स्टन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज के 27 रनों पर ऑल आउट होने के बाद किया गया था।
सीडब्ल्यूआई ने कहा, ‘‘ बैठक के दौरान और उसके बाद के सप्ताहों में कई दौर की चर्चा के बाद समिति ने इन कमियों को दूर करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए अल्पकालिक और मध्यम से दीर्घकालिक कार्रवाई की योजना और उद्देश्यों की एक सूची तैयार की। इसे 25 सितंबर को सीडब्ल्यूआई के निदेशक मंडल की त्रैमासिक बैठक के दौरान पेश करने के बाद अनुमोदित कर दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘ तात्कालिक योजना के तहत पूरी प्रणाली में काम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित कर चुके खिलाड़ी को बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया जायेगा। इसके साथ ही सीनियर पुरुष टीम के साथ एक पूर्णकालिक खेल मनोवैज्ञानिक / प्रदर्शन कोच भी रहेगा। ’’
महिला टीम की भूमिका को भी पूर्णकालिक भूमिका में अपग्रेड किया जाएगा।
इसके अलावा कूलिज क्रिकेट मैदान में आधुनिक नेट, जिम और रिहैबिलिटेशन की बुनियादी ढांचे सहित एक अत्याधुनिक सुविधा के लिए एक परियोजना प्रस्ताव पेश किया जाएगा।
सीडब्ल्यूआई ने कहा, ‘‘फ्रेंचाइज़ी टीमें अब व्यक्तिगत विकास योजनाएं प्रस्तुत करेंगी और नए न्यूनतम मानकों को पूरा करेंगी। खिलाड़ियों की फिटनेस पर बारीकी से नजर रखी जाएगी।’’
लंबी अवधि की योजनाओं में जमीनी स्तर, स्कूल , अकादमी को मिलाकर राष्ट्रीय क्रिकेट विकास ढांचा को तैयार करना, 11 से 18 साल के आयु वर्ग के लिए खेल कार्यक्रम को तैयार करना, वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए आईसीसी से न्यायसंगत राजस्व वितरण और सरकार, निजी संस्थाओं के साथ नई साझेदारियों के लिए पैरवी करना शामिल है। इसमें फ्रेंचाइजी टीमों को खिलाड़ियों के विकास के लिए जवाबदेह बनाने के साथ उनके लिए अन्य पेशेवर मौके मुहैया करना शामिल है।